14.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 04:10 am
14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध रोकने के लिए गठित विशेष अदालत ने 1.74 लाख मामलों को किया निपटारा

Advertisement

दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामलों की सुनवाई के लिए केंद्र सरकार ने फास्ट ट्रैक विशेष अदालतों का गठन किया है. केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय विशेष अदालतों के गठन के लिए केंद्र प्रायोजित योजना के तहत राज्यों को विशेष अदालत के गठन के लिए फंड मुहैया कराता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली, अंजनी सिंह : दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामलों की सुनवाई के लिए केंद्र सरकार ने फास्ट ट्रैक विशेष अदालतों का गठन किया है. केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय विशेष अदालतों के गठन के लिए केंद्र प्रायोजित योजना के तहत राज्यों को विशेष अदालत के गठन के लिए फंड मुहैया कराता है. मंत्रालय के अनुसार विशेष अदालतों के गठन के बाद 30 जून 2014 तक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज 1.74 लाख मामलों का निपटारा किया गया है.

आपराधिक कानून संशोधन विधेयक 2018 में कठोर सजा का प्रावधान किया

महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सरकार ने आपराधिक कानून संशोधन विधेयक 2018 में कठोर सजा का प्रावधान किया है. कानून मंत्रालय ने अक्टूबर 2019 के बाद से केंद्र प्रायोजित योजना के तहत देश में 1023 फास्ट ट्रैक अदालतों का गठन किया है, जिसमें 389 विशेष तौर पर पॉक्सो से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए बनाये गये हैं. इन अदालतों में एक न्यायिक अधिकारी के अलावा 7 कर्मचारी तैनात हैं. देश के कुल 31 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में से 28 राज्य इस योजना से जुड़े हुए हैं.

पुडुचेरी ने विशेष आवेदन देकर इस योजना में शामिल होने की इच्छा जाहिर की

पुडुचेरी ने विशेष आवेदन देकर इस योजना में शामिल होने की इच्छा जाहिर की और मई 2023 से वहां एक पॉक्सो अदालत काम कर रही है. विशेष अदालतों के गठन के लिए केंद्र प्रायोजित योजना शुरुआत में सिर्फ 2019-20 से 2020-21 के लिए थी और इसके लिए 767.25 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था. जिसमें से केंद्र को निर्भया फंड के तहत 474 करोड़ रुपये का योगदान देना था. लेकिन केंद्रीय कैबिनेट ने इस योजना को दो साल के लिये बढ़ा दिया और इसके लिए 1572.86 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया.

Also Read: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर PM Modi ने कई देशों के साथ की द्विपक्षीय बैठक, क्या है इसके मायने?
केंद्र सरकार को 971.70 करोड़ रुपये देना था

इसके लिए केंद्र सरकार को 971.70 करोड़ रुपये देना था. एक बार फिर सरकार इस योजना को विस्तार देने पर विचार कर रही है. वित्त वर्ष 2019-20 में केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को 140 करोड़ रुपये, वर्ष 2020-21 में 160 करोड़ रुपये, वर्ष 2021-22 में 134.56 करोड़ रुपये और वर्ष 2022-23 में 200 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें