13.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 06:47 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

…तो क्या भारत में मॉनसून के दौरान जुलाई-अगस्त में दोबारा हो सकता है COVID-19 का अटैक!

Advertisement

लॉकडाउन खत्म होने के कुछ सप्ताह बाद कोविड-19 (COVID-19) मामलों की रफ्तार कम होती दिख सकती है या कुछ हफ्तों के भीतर इनमें गिरावट भी देखने को मिल सकती है, लेकिन जुलाई के अंत या अगस्त में भारत में इसका दूसरा दौर सामने आ सकता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : लॉकडाउन खत्म होने के कुछ सप्ताह बाद कोविड-19 (COVID-19) मामलों की रफ्तार कम होती दिख सकती है या कुछ हफ्तों के भीतर इनमें गिरावट भी देखने को मिल सकती है, लेकिन जुलाई के अंत या अगस्त में भारत में इसका दूसरा दौर सामने आ सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि मॉनसून के दौरान संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ सकती है. उन्होंने कहा है कि संक्रमण का शिखर पर पहुंचना इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत सामाजिक दूरी (Social Distancing) को किस प्रकार नियंत्रित करता है और प्रतिबंधों में राहत देने के बाद संक्रमण फैलने का स्तर कितना रहता है.

Also Read: Lockdown के बाद पूरी तरह से चाक-चौबंद होगा दिल्ली एयरपोर्ट, UV मशीन से किया जाएगा सैनिटाइजेशन

कुछ हफ्तों या महीनों तक स्थिर रहने के बाद बढ़ सकते हैं नये मामले : शिव नादर विश्वविद्यालय के गणित विभाग के सह प्राध्यापक समित भट्टाचार्य ने समाचार एजेंसी भाषा से कहा कि यह स्पष्ट तौर पर दिखता है कि नियमित नये मामलों के बढ़ने की दर स्थिर हो गयी है और कुछ हफ्तों या महीनों में यह धीरे-धीरे नीचे की तरफ जाएगा. भट्टाचार्य ने कहा कि बावजूद इसके हमें इसी कोरोना वायरस के नये मामलों में वृद्धि देखने को मिल सकती है और इसे दूसरा दौर माना जाएगा.

जुलाई के अंत या अगस्त में दिख सकता है कोरोना महामारी का दूसरा दौर : उन्होंने कहा महामारी का दूसरा दौर जुलाई अंत या अगस्त में मॉनसून में देखने को मिल सकता है. हालांकि, टॉप पर पहुंचने का समय इस बात पर निर्भर करेगा कि हम उस समय सामाजिक दूरी को किस तरह नियंत्रित करते हैं.

सामान्य गतिविधियों में बढ़ सकते हैं संक्रमण के मामले : बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) के प्राध्यापक राजेश सुंदरेसन ने इस पर सहमति जताई. सुंदरेसन ने कहा कि जब हम सामान्य गतिविधि के दौर में लौटेंगे, उस वक्त ऐसी आंशका रहेगी कि संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगें. चीन में यात्रा प्रतिबंध में कुछ राहत देने के बाद कुछ हद तक यह देखा भी गया है.

25 मार्च से अब तक संक्रमित लोगों की संख्या में हुई बेतहाशा वृद्धि : सरकार ने 25 मार्च से लॉकडाउन प्रभावी होने की घोषणा की थी, जब देश में कोरोना वायरस के 618 मामले थे और 13 मौत हुई थी. इस बंद को बाद में बढ़ाकर तीन मई तक कर दिया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोविड-19 से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 718 हो गयी और कुल संक्रमितों की संख्या 23,077 है.

डबलिंग रेट अवधि में आयी है गिरावट : अच्छी खबर देते हुए अधिकारियों ने इस हफ्ते कहा था कि मामलों के दोगुना होने की दर इस अवधि में कम हुई. जो मामले लॉकडाउन से पहले 3.4 चार दिन में दोगुने हो रहे थे और इसके प्रभावी होने के बाद यह 7.5 दिन में दोगुने होने लगे. लोगों के स्वस्थ होने की दर भी पिछले 10 दिनों में करीब दोगुनी हो गयी.

जनस्वास्थ्य का बना रहेगा खतरा : बेंगलुरु और मुंबई को प्रतिरूप मानकर किये गये अध्ययन के मुताबिक, संक्रमण का दूसरा दौर देखने को मिलेगा और जन स्वास्थ्य का खतरा इसी प्रकार बना रहेगा, जब तक कि मामलों का आक्रामक तरीके से पता लगाने, स्थानीय स्तर पर उन्हें रोकने और पृथक करने के लिए कदम न उठाए जाएं और नये संक्रमण को आने से रोका जाए. सुंदरेसन कहते हैं कि लॉकडाउन का इस समय हम पालन कर रहे हैं. इसने हमें बहुत ही कीमती वक्त दे दिया है… टेस्ट करने का, पता लगाने का , आइसोलेशन करने का, बेहतर साफ-सफाई अपनाने का, वैक्सीन की खोज करने का… आदि आदि. अब ये फैसला करना बड़ा मुश्किल होगा कि लॉकडाउन को कब और कैसे हटाना है.

मार्केट में वैक्सीन आने से पहले चौकस रहना बेहद जरूरी : भट्टाचार्य कहते हैं कि जब तक बाजार में वैक्सीन नहीं आ जाता है, तब तक हमें चौकस रहना होगा. वह कहते हैं कि ध्यान रखिए, ये मॉनसून के महीने हमारे देश में अधिकतर स्थानों पर फ्लू के मौसम के भी होते हैं. इसलिए हमें फ्लू के शुरूआती लक्षणों को अनदेखा नहीं करना है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें