18.1 C
Ranchi
Thursday, February 6, 2025 | 09:20 pm
18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

इजराइल के लिए जासूसी क्यों करेगा मेरा भाई? कतर में मौत की सजा दिये जाने से सदमे में परिवार, कह दी ये बात

Advertisement

कमांडर पूर्णेंदु तिवारी (सेवानिवृत्त) की बहन मीतू भार्गव ने कहा है कि मेरा भाई इजराइल के लिए जासूसी क्यों करेगा? वह इस उम्र में ऐसा कुछ क्यों करेगा ? जानें कतर में मौत की सजा पाने वाले कमांडर की बहन ने और क्या कहा

Audio Book

ऑडियो सुनें

भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की ‘कोर्ट ऑफ फर्स्ट इन्स्टेन्स’ ने 26 अक्टूबर को मौत की सजा सुनाई थी. इसके बाद सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन आठ भारतीय नागरिकों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की, जिन्हें कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है. जयशंकर ने परिवार के सदस्यों से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत सरकार कतर में मौत की सजा पाने वाले भारतीयों की रिहाई के लिए हर संभव प्रयास करेगी. कमांडर पूर्णेंदु तिवारी (सेवानिवृत्त) की बहन मीतू भार्गव ने मामले को लेकर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि कतर में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों पर कैसे मुकदमा चलाया गया ? इस पूरी घटना में पारदर्शिता की कमी ने न्यायिक प्रक्रिया पर विश्वास कम कर दिया है. द इंडियन एक्सप्रेस ने मीतू भार्गव से बातचीत के बाद यह खबर प्रकाशित की है. भार्गव ने समय की कमी का हवाला देते हुए सभी आठ भारतीयों को वापस लाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की है.

- Advertisement -

मीतू भार्गव ने बात करते हुए कहा कि कतर के कोर्ट के द्वारा दिये गये फैसले के बाद हम टूट गये हैं. उन्होंने कहा कि मेरे लिए सबसे कठिन काम मां को इस बारे में जानकारी देना था जो 85 साल की हैं. पिता के निधन के बाद मां ही मेरे और मेरे भाई का एकमात्र सहारा हैं. मौत की सजा सुनाये गये परिवार के लोगों ने गुरुवार को ही नेवी चीफ से मुलाकात की है. ग्वालियर में रहने वाली भार्गव उन आठ भारतीयों में से पहले रिश्तेदार थे जो रिहाई के लिए केंद्र से मदद मांगने के लिए पिछले साल अक्टूबर में आगे आए थे. एक साल बाद, उन्हें लगता है कि अब प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत तौर पर मामले में हस्तक्षेप करने की जरूरत है. भार्गव ने आगे कहा कि हम पहले रक्षा मंत्री से मिल चुके हैं. पिछले साल संसद में जयशंकर जी से मुलाकात हुई थी तो उन्होंने कहा था, यह एक संवेदनशील मुद्दा है और ये लोग हमारी प्राथमिकता हैं. लेकिन अब किसी और के हस्तक्षेप का समय नहीं है… हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं बचा है. अब प्रधानमंत्री को खुद आगे आना चाहिए.

Also Read: भारतीय नौसेना अफसरों को कतर में सुनायी गई मौत की सजा, एक्शन में मोदी सरकार, कांग्रेस ने कही ये बात

इजराइल के लिए जासूसी क्यों करेंगे मेरे भाई?

कमांडर पूर्णेंदु तिवारी (सेवानिवृत्त) की बहन ने कहा कि कतर भारत का मित्र देश है. हम अपने सभी आठ लोगों को वापस लाना चाहते हैं. सिर्फ मेरा भाई ही नहीं, बल्कि सभी आठ लोगों को भारत लाना होगा. उन्होंने कहा कि मेरे भाई एक सीनियर सिटीजन हैं. वह 63 साल के हैं. उन्हें 2019 में प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया गया था. वह इजराइल के लिए जासूसी क्यों करेंगे? वह इस उम्र में ऐसा कुछ क्यों करेगा?

Also Read: UP News: पूर्व नौसेना अफसरों की कतर में सजा पर रोक लगाने को पीएम मोदी लें एक्शन, बरेली के मौलाना ने की अपील

इधर, कतर में 8 नौसेनिकों को मौत की सजा मिलने पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा है कि सरकार की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि हम कानूनी प्रक्रिया अपनाएं और हमें अपने कर्मियों को राहत मिले.

जयशंकर ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा

उल्लेखनीय है कि भारत ने फैसले को ‘बेहद’ चौंकाने वाला बताया था और मामले में सभी कानूनी विकल्प आजमाने का संकल्प लिया था. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि आज सुबह, कतर में हिरासत में लिए गए आठ भारतीयों के परिजनों से मुलाकात की. इस बात पर जोर दिया कि सरकार मामले को सर्वोच्च महत्व देती है. हम परिजनों की चिंताओं और दर्द को पूरी तरह से साझा करते हैं. आगे उन्होंने कहा कि यह रेखांकित किया कि सरकार उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेगी. इस संबंध में परिजनों के साथ निकटता से समन्वय किया जाएगा.

Also Read: कतर जा रहे थे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता, अमृतसर एयरपोर्ट पर रोका गया

गौर हो कि भारतीय नौसेना के आठों अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए जाने के बाद उन पर कतर के कानून के तहत मुकदमा चलाया गया था.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें