11.1 C
Ranchi
Tuesday, February 4, 2025 | 06:16 am
11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

अगले महीने संसद का मानसून सत्र, 11 अध्यादेश पारित कराना सरकार के लिए बनी चुनौती

Advertisement

भारत में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच सितंबर में संसद के मानसून सत्र शुरू होने की बात कही गई है. माना जा रहा है कि सितंबर के दूसरे सप्ताह में संसद का मानसून सत्र शुरू हो सकता है. अभी तक मानसून सत्र का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है. दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां कोरोना संकट को देखते हुए वर्चुअल सेशन चलाने की मांग कर रही हैं. खास बात यह है कि केंद्र सरकार के सामने मानसून सत्र में 11 अहम बिल को पास कराना बेहद जरूरी है. इसमें मंत्रियों का वेतन और भत्ते (संशोधन) बिल सबसे खास माना जा रहा है. इस बिल को 9 अप्रैल 2020 को जारी किया गया था. यह बिल मंत्रियों के वेतन और भत्ते एक्ट (1952) को संशोधन करता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

भारत में बढ़ते कोविड-19 मामलों के बीच सितंबर में संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है. माना जा रहा है कि सितंबर के दूसरे सप्ताह में संसद का मानसून सत्र शुरू हो सकता है. अभी तक मानसून सत्र का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है. दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां कोरोना संकट को देखते हुए वर्चुअल सेशन चलाने की मांग कर रही हैं. खास बात यह है कि केंद्र सरकार के सामने मानसून सत्र में 11 अहम बिल को पास कराने की चुनौती है. इसमें मंत्रियों का वेतन और भत्ते (संशोधन) बिल सबसे खास माना जा रहा है. इस बिल को 9 अप्रैल 2020 को जारी किया गया था. यह बिल मंत्रियों के वेतन और भत्ते एक्ट (1952) को संशोधन करता है.

- Advertisement -

इन अध्यादेशों को पास कराने का लक्ष्य  

मानसून सत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय के महामारी रोग (संशोधन) बिल, होम्योपैथी सेंट्रल काउंसिल (संशोधन) बिल 2020, वित्त मंत्रालय के टैक्सेशन और अन्य कानून (विभिन्न प्रावधानों में राहत) बिल, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय का मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता बिल, 2020 को पास कराने पर जोर रहेगा. इसी साल कैबिनेट ने बिलों को मंजूरी दी है. जबकि, उपभोक्ता मामले और खाद्य वितरण मंत्रालय का अनिवार्य वस्तुएं (संशोधन) बिल, 2020 भी कतार में है. इसे पांच जून 2020 को जारी किया गया था. यह बिल अनिवार्य वस्तुएं एक्ट (1955) में संशोधन करता है. सरकार ने वित्त मंत्रालय के टैक्सेशन और अन्य कानून (विभिन्न प्रावधानों में राहत) बिल (2020) को 31 मार्च, 2020 को जारी किया था. इसके अलावा दिवालियापन संहिता (संशोधन) बिल (2020) 6 जून को घोषित किया गया था. मानसून सत्र में पारित नहीं होने पर पांच से छह अध्यादेश समाप्त हो जाएंगे.

क्यों जरूरी है अध्यादेश पास कराना? 

कोरोना संकट के बीच संसद के मानसूत्र को देखते हुए तमाम गाइडलाइंस को फॉलो करने की बात कही जा रही है. जबकि, सुरक्षा के मापदंडों को अपनाते हुए सत्र चलाया जाएगा. दरअसल, अध्यादेश का जीवन छह महीने का होता है. छह महीने के दौरान संसद से पारित नहीं होने पर बिल समाप्त हो जाते हैं. लिहाजा केंद्र सरकार जरूरी बिलों को मानसून सत्र में पारित कराना चाहती है.

Posted : Abhishek.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें