21.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 02:00 pm
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Merits of Dowry: ‘दहेज के फायदे’ बताने वाले सिलेबस पर NCW सख्त, शिक्षा मंत्री से कार्रवाई की मांग

Advertisement

Merits of Dowry राष्ट्रीय महिला आयोग ने मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर नर्सों के लिए समाजशास्त्र की पाठ्यपुस्तक के खिलाफ हस्तक्षेप और उपचारात्मक कार्रवाई की मांग की है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Merits of Dowry राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर नर्सों के लिए समाजशास्त्र की पाठ्यपुस्तक के खिलाफ हस्तक्षेप और उपचारात्मक कार्रवाई की मांग की है. इस पाठ्यपुस्तक में दहेज के गुणों को सूचीबद्ध किया गया था. शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोमवार को पाठ्यपुस्तक से एक तस्वीर ट्वीटर पर शेयर किया था, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है.

- Advertisement -

शिवसेना सांसद ने ट्वीटर पर शेयर की तस्वीर

ट्वीटर पर शेयर किए पाठ्यपुस्तक की तस्वीर में दहेज के चार गुण सूचीबद्ध हैं, उनमें से एक है बदसूरत दिखने वाली लड़कियों की शादी आकर्षक दहेज से की जा सकती है. यह पृष्ठ टीके इंद्राणी द्वारा नर्सों के लिए समाजशास्त्र की पाठ्यपुस्तक से है, जिसका शीर्षक द मेरिट्स ऑफ दहेज है. पाठ्यपुस्तक की सामग्री के बारे में जिक्र करते हुए शिवसेना सांसद ने कहा, यह भयावह है कि इस तरह के अपमानजनक और समस्याग्रस्त पाठ प्रचलन में हैं और दहेज के गुणों का विस्तार करने वाली पाठ्यपुस्तक वास्तव में हमारे पाठ्यक्रम में मौजूद हो सकती है. यह देश और देश के संविधान के लिए शर्म की बात है.

महिला आयोग ने लिया संज्ञान

वहीं, महिला आयोग का कहना है कि दहेज भारत में एक गहरी जड़ें जमा चुकी सामाजिक बुराई है. सरकार विभिन्न योजनाओं और कानूनों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सभी प्रकार के प्रयास कर रही है, लेकिन गहरी जड़ वाली बुराई को सकारात्मक तरीके से चित्रित करना महिला सशक्तिकरण को कमजोर करेगा. मामला गंभीर चिंता का है और आयोग ने संज्ञान लिया है. यह छात्रों को दहेज के प्रचलित खतरे के बारे में एक बहुत ही गलत संदेश भेजता है. महिला आयोग की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने और उपचारात्मक कार्रवाई करने के की मांग की है. इसके साथ ही स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण को भी इस मामले में कार्रवाई करने और सात दिनों के भीतर आयोग को सूचि त करने की मांग की गई है.

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय महिला आयोग को कई ऐसे मीडिया पोस्ट मिले हैं जिनमें यह बताया गया है कि नर्सिंग छात्रों के लिए एक स्‍टडी मटीरियल में दहेज प्रणाली के गुणों और लाभों को शामिल किया गया है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, किताबों में बताया गया है कि दहेज में माता-पिता की संपत्ति का हिस्सा प्राप्त करना इस प्रतिगामी प्रथा के गुणों में से एक है. किताब के कवर में इंडियन नर्सिंग काउंसिल के सिलेबस के मुताबिक लिखा हुआ बताया गया है. यह पेज टी के इंद्राणी द्वारा नर्सों के लिए समाजशास्त्र की पाठ्यपुस्तक से है, जिसका शीर्षक Merits of Dowry है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें