25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

मणिपुर में बहुत बड़े खतरे की घंटी, म्यांमार से 900 ट्रेंड कुकी उग्रवादी घुसे

Advertisement

Manipur violence: सूत्र बताते हैं कि ये उग्रवादी 30 सदस्यों के समूहों में विभाजित होकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में फैल गए हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Manipur violence: मणिपुर में पिछले 16 महीनों से हिंसा जारी है, और हाल ही में आई एक जानकारी ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, 900 से अधिक कुकी उग्रवादी, जो ड्रोन से बम, प्रोजेक्टाइल, मिसाइल चलाने और जंगल में युद्ध लड़ने में प्रशिक्षित हैं, म्यांमार के रास्ते मणिपुर में घुस आए हैं.

- Advertisement -

मणिपुर में उग्रवादी 30-30 के समूहों में बंटे हुए हैं

सूत्र बताते हैं कि ये उग्रवादी 30 सदस्यों के समूहों में विभाजित होकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में फैल गए हैं. जानकारी के अनुसार, 28 सितंबर को ये उग्रवादी मैतई समुदाय के गांवों पर हमला करने की योजना बना रहे हैं. यह खुफिया रिपोर्ट मणिपुर के थौबल जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है. मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने इंफाल में इस रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए कहा कि इस सूचना को गंभीरता से लिया जा रहा है और इसके खिलाफ प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें: यूपी,बिहार,झारखंड के लोगों लिए बहुत अच्छी खुशखबरी, दशहरा-दुर्गा पूजा-दीपावली और छठ के मौके पर इन रूट्स पर चलेंगी स्पेशल ट्रेन 

मणिपुर में हालिया हिंसा ने सभी को चौंका दिया

मणिपुर में पिछले 16 महीनों से जारी हिंसा ने राज्य को हिला कर रखा है, लेकिन सितंबर की शुरुआत में हुई ताजा हिंसा ने सबको चौंका दिया. इस हमले में ड्रोन, मिसाइलों और आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया था. कुकी और मैतई समुदाय के बीच संघर्ष में अब तक 226 लोगों की जान जा चुकी है, सैकड़ों घायल हुए हैं और हजारों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.

मणिपुर में हिंसा क्यों नहीं रुक रही है?

मणिपुर में हिंसा थमने का नाम क्यों नहीं ले रही, इसका मुख्य कारण कुकी और मैतई समुदायों के बीच का जातीय संघर्ष है. मैतई समुदाय घाटी में जबकि कुकी समुदाय पहाड़ों में रहता है. हिंसा के बाद से दोनों समुदायों का एक-दूसरे के क्षेत्रों में आना-जाना लगभग बंद हो गया है.

इसे भी पढ़ें: Men Marry Twice: भारत का अनोखा गांव, जहां हर मर्द की दो पत्नियां, जानिए लोग क्यों करते हैं दो शादियां 

यह अलगाव हिंसा के जारी रहने का एक बड़ा कारण है. दोनों समुदायों ने अपने-अपने क्षेत्र में बंकर बना लिए हैं और उनके पास बड़ी मात्रा में हथियार भी हैं. जब भी उन्हें मौका मिलता है, वे एक-दूसरे पर हमला करते हैं और फिर अपने बंकरों में छिप जाते हैं. घाटी और पहाड़ी इलाकों की भौगोलिक स्थिति के कारण उन्हें रोक पाना भी चुनौतीपूर्ण है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें