16.1 C
Ranchi
Thursday, February 6, 2025 | 11:45 pm
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

महाराष्ट्र: ‘राजनीति में भाषा का स्तर बरकरार रहना चाहिए’, उद्धव ठाकरे को गडकरी ने लगाई फटकार

Advertisement

शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे ने अपने एक बयान में देवेंद्र फड़णवीस को नागपुर के लिए कलंक बताया था. जिस पर पलटवार करते हुए नितिन गडकरी ने ठाकरे के बयान की निंदा की और कहा राजनीति में भाषा का स्तर बरकरार रहना चाहिए.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नागपुर में दिए उद्धव ठाकरे के बयान पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें फटकार लगाई है. उन्होंने कहा, नागपुर में श्री देवेन्द्र जी के बारे में श्री उद्धव ठाकरे का बयान निंदनीय है. राजनीति में भाषा का स्तर बरकरार रहना चाहिए. जब हम सरकार में थे तब किए गए विकास कार्यों और उनके द्वारा किए गए कार्यों पर उन्हें चर्चा करनी चाहिए, लेकिन इस तरह से निचले स्तर पर जाकर व्यक्तिगत आरोप लगाना महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति के अनुरूप नहीं है.

- Advertisement -


उद्धव ठाकरे का बयान 

आपको बताए शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे ने अपने एक बयान में देवेंद्र फड़णवीस को नागपुर के लिए कलंक बताया था. उन्होंने कहा कि, देवेंद्र फड़णवीस ने कभी कहा था कि एनसीपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन फिर भी कर लिया. बीजेपी नेता की ना का मतलब हां होता है. ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस की एक पुरानी ऑडियो क्लिप माइक्रोफोन पर सबको सुनवाई. उद्धव ठाकरे ने कहा कि अब वे कह रहे हैं, उद्धव ठाकरे ने हमें छुरा घोंपा. सबसे पहले किसने उद्धव ठाकरे की पीठ में छुरा घोंपा? वे 2014 से 2019 तक सत्ता में थे. 2014 में शिवसेना ने गठबंधन नहीं तोड़ा. मैं तब कांग्रेस में नहीं गया था. मैं वही था और मैं वही हूं.

महाराष्ट्र की राजनीति में जुबानी जंग 

वहीं उद्धव ठाकरे के बयान पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जाहीर करते हुए उद्धव ठाकरे के पोस्टर फाड़ डाल डाले और कई पोस्टरों पर कालिख पोत डाला. आपको बताएं की महाराष्ट्र की मौजूदा राजनीतिक में इस समय भूचाल आया है. महाराष्ट्र की दो बड़ी पार्टियों में फूट हो चुकी है. पहले शिवसेना उद्धव गुट और अब एनसीपी दोनों ही दलों के आंतरिक कलह से बनी मौजूद महाराष्ट्र की सरकार पर लगातार आरोप लग रहे हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों जुबानी जंग कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है.

Also Read: Explainer: झारखंड के 5 जिलों में होगी मनरेगा लोकपाल की नियुक्ति, जानें उनके कार्य व अधिकार

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें