27.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 01:11 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Long Range Glide Bomb: चीन पाकिस्तान की खैर नहीं… दुश्मनों के होश फाख्ता कर देगा ग्लाइड बम GAURAV

Advertisement

Long Range Glide Bomb: ग्लाइड बम गौरव में इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम लगा है. जो जीपीएस और नाविक सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम के जरिए टारगेट पर सीधा हमला करता है. इसे सुखोई सू-30 एमकेआई पर तैनात करने के बाद यह और भी खतरनाक हो जाता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Long Range Glide Bomb: चीन पाकिस्तान हो जाएं सावधान… भारत का नया हथियार देश के दुश्मनों के होश फाख्ता करने के लिए तैयार है. पहली ही बार में इसका परीक्षण सफल रहा है. मंगलवार को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय वायु सेना के Su-30 MK-I प्लेटफॉर्म से लॉन्ग रेंज ग्लाइड बम (LRGB) गौरव (GAURAV) का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया. परीक्षण ओडिशा के तट पर किया गया.

हवा से ही लॉन्च हो सकता है गौरव
गौरव एक हवा से लॉन्च किया जाने वाला 1000 किलोग्राम क्लास का ग्लाइड बम है.  इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह लंबी दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. लॉन्च होने के बाद ग्लाइड बम आईएनएस और जीपीएस डाटा के संयोजन के साथ अत्यधिक सटीक हाइब्रिड नेविगेशन योजना का उपयोग करके लक्ष्य की ओर बढ़ता है. गौरव को अनुसंधान केंद्र इमारत, हैदराबाद की ओर से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है.

पहली ही बार में सफल रहा परीक्षण
उड़ान परीक्षण के दौरान ग्लाइड बम ने लॉन्ग व्हीलर द्वीप पर तैनात लक्ष्य को सटीक सटीकता के साथ भेद दिया. परीक्षण प्रक्षेपण के दौरान पूरा उड़ान डेटा समुद्र तट के किनारे एकीकृत परीक्षण रेंज की ओर से तैनात टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम में कैप्चर किया गया था. उड़ान की निगरानी डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने की. उड़ान परीक्षण के दौरान विकास सह उत्पादन भागीदार अडानी डिफेंस और भारत फोर्ज ने भी हिस्सा लिया.

ग्लाइड बम गौरव में इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम लगा है. जो जीपीएस और नाविक सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम के जरिए टारगेट पर सीधा हमला करता है. इसे सुखोई सू-30 एमकेआई पर तैनात करने के बाद यह और भी खतरनाक हो जाता है.

Also Read: जम्मू कश्मीर चुनाव 2024: अगले हफ्ते हो सकती है चुनाव की घोषणा, MHA की रिपोर्ट का इंतजार

Kolkata Doctor Case: जूनियर डॉक्टर मामले में मुख्य सचिव और DGP को नोटिस, देखें वीडियो

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें