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Lal Chowk : तिरंगे से रोशन हुआ श्रीनगर का लाल चौक घंटाघर, 29 साल पहले नरेंद्र मोदी की हिम्मत से…

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Tricolor, Lal Chowk Ghanta Ghar- श्रीनगर का लाल चौक घंटाघर बहुत प्रसिद्ध रहा है जहां 1992 में भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराने का काम किया था.

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Tricolor at Lal Chowk : 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस (15 August) मनाने की तैयारी में पूरा देश लगा हुआ है. इस बीच जम्मू कश्मीर में खास तैयारियां की गई हैं. यहां श्रीनगर का लाल चौक घंटाघर तिरंगे के रंग से रोशन नजर आ रहा है. यदि आपको याद हो तो इसी लाल चौक पर कभी तिरंगा फहराने पर विवाद हो जाता था लेकिन जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद से कई बड़े बदलाव नजर आने लगे हैं.

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यहां चर्चा कर दें कि श्रीनगर का लाल चौक घंटाघर बहुत प्रसिद्ध रहा है जहां 1992 में भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराने का काम किया था. उस वक्त जोशी भाजपा के अध्‍यक्ष पद पर का काबिज थे जबकि नरेंद्र मोदी एकता यात्रा के संयोजक थे. तिरंगामय लाल चौक की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो चली है. इसे श्रीनगर के मेयर और भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा समेत कई अन्य लोगों ने भी शेयर करने का काम किया है और लोग इसपर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं कि मोदी है तो मुमकिन है…

आइए आपको अब पुरानी यादों में ले चलते हैं. जी हां…कश्मीर का लाल चौक, जहां अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पहले भारतीय तिरंगा झंडा फहराने की बात हमेशा की जाती थी. 26 जनवरी 1992 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में वहां झंडा फहराने का काम किया गया. यह एक दिन में नहीं हुआ. इसके लिए दिसंबर 1991 में कन्याकुमारी से ‘एकता यात्रा’ की शुरुआत करने का काम किया गया, जो कई राज्यों से होते हुए कश्मीर पहुंची. मुरली मनोहर जोशी के साथ उस वक़्त नरेंद्र मोदी कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे.

Also Read: 15 अगस्त पर देश को दहलाने की साजिश! जम्मू-कश्मीर के बडगाम में एनकाउंटर में मारा गया एक आतंकी

1991 में एकता यात्रा क्यों शुरू की गई : जम्मू-कश्‍मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद बीबीसी ने मुरली मनोहर जोशी से बात की थी जिसमें जोशी ने पुरानी यादों को शेयर किया. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि हमारे तिरंगा फहराने के पहले वहां पहले किसी ने तिरंगा नहीं फहराया था. हम लाल चौक पर 26 जनवरी को झंडा फहराना चाहते थे क्योंकि ठंड में राजधानी बदली नजर आती थी. लोगों के पास वहां तिरंगे भी नहीं थे. मैंने लोगों से पूछा कि तिरंगा कैसे फहराते हैं…तो इसका जवाब आया कि तिरंगा वहां मिलता ही नहीं है…15 अगस्त को भी झंडा वहां नहीं मिलता था बाज़ारों में…जोशी की इन बातों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उस वक़्त लाल चौक पर तिरंगा फहराना कितनी बड़ी चुनौती थी…

अनुच्छेद 370 हटाये जाने के दो साल पूरे होने पर भाजपा ने फहराया तिरंगा : पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के दो साल पूरे होने पर तिरंगा रैलियां निकाल कर और पूरे केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रध्वज फहरा कर जश्न मनाया था. अनंतनाग जिले के खानाबल से भाजपा की नगर निगम पार्षद रोमासिया रफीक ने खानाबल में डिग्री कॉलेज के पास राष्ट्रध्वज फहरा कर कश्मीर घाटी में पार्टी के समारोहों की शुरूआत की थी. उनके साथ पार्टी के करीब 200 कार्यकर्ता थे.

Posted By : Amitabh Kumar

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