12.7 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 05:13 am
12.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

चीन के साइबर युद्ध वाले प्लान को भारतीय सेना देगी मुंहतोड़ जवाब, बनी से रणनीति

Advertisement

चीन की शक्तिशाली साइबर-युद्ध और साइबर-जासूसी की क्षमता के वर्तमान खतरे को देखते हुए भारतीय सेना अब साइबरस्पेस डोमेन को संभालने का प्लान बना रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

चीन शक्तिशाली साइबर-युद्ध और साइबर-जासूसी क्षमताओं को बढ़ा रहा है जो भारत के लिए खतरा पैदा कर सकता है. हालांकि इसके लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सेना (Indian Army) भी साइबरस्पेस डोमेन को संभालने के लिए देश भर में अपनी प्रत्येक क्षेत्रीय कमांड में साइबर क्षेत्र को समर्पित विशेष एजेंसियां स्थापित करने जा रही है.

- Advertisement -

चीन की शक्तिशाली साइबर-युद्ध और साइबर-जासूसी की क्षमता के वर्तमान खतरे को देखते हुए भारतीय सेना अब साइबरस्पेस डोमेन को संभालने का प्लान बना रही है. सेना देश भर में अपने प्रत्येक 6 ऑपरेशनल या क्षेत्रीय कमांड में एक डेडिकेटेड विशेष एजेंसियों को स्थापित करेगी. यहां चर्चा कर दें कि भारत के पास 12 लाख सैनिकों की मजबूत सेना है. क्योंकि अब युद्ध करने के तरीके बहुत तेजी से बदलता दिख रहा है और अब दुनिया भर की मिलिट्री हाइब्रिड वॉरफेयर के साथ की तैयारियों के साथ आगे बढ़ती नजर आ रही है. ऐसे में भारतीय सेना को भी चीन के साथ तकनीकी युद्ध कौशल में मजबूत बनना होगा.

तकनीकी युद्ध कौशल में मजबूत बनाने के लिए ड्रोन, ड्रोन झुंड, काउंटर-ड्रोन सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित युद्ध प्रणाली जैसी “आला प्रौद्योगिकियों” के लिए परिचालन को विकसित करने के लिए “लीड डायरेक्टोरेट्स” और “टेस्ट-बेड फॉर्मेशन” भी निर्धारित किये जा रहे हैं. उक्त फैसला पिछले हफ्ते सेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान लेने का काम किया गया है. सेना के तेजी से नेट सेंट्रिसिटी की ओर झुकाव बढ़ा रहा है और यह सभी स्तरों पर आधुनिक संचार प्रणालियों पर बढ़ती निर्भरता को दर्शाता है.

Also Read: राजनाथ सिंह की चीन को दो टूक, कहा- सीमा पर शांति के बिना दोनों देशों के रिश्ते नहीं होंगे सामान्य

खबरों की मानें तो सम्मेलन के दौरान नेटवर्क की सुरक्षा की जरूरत की समीक्षा की गयी और तत्काल भविष्य में कमांड साइबर ऑपरेशंस एंड सपोर्ट विंग्स (CCOSWs) को संचालित करने का निर्णय लिया गया.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें