21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Exit Poll Results : जानिए कैसे होता है एग्जिट पोल और भारत में कब हुई थी इसकी शुरुआत?

Advertisement

भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत 1996 के लोकसभा चुनाव में हुई थी जब सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज जिसे हम सीएसडीएस के नाम से ज्यादा जानते हैं, उसने एग्जिट पोल किया था और यह संभावना जताई थी कि देश में बीजेपी की सरकार बनेगी और यह सच हुआ था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Exit poll 2023 : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ रहे हैं, जो मतगणना से पहले यह बताएंगे कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम किसकी बनने की संभावना है. 30 नवंबर को पांच राज्यों में हुए चुनाव का अंतिम दिन था. तेलंगाना में आज पांच बजे मतदान संपन्न हुआ और उसके बाद एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ रहे हैं.

- Advertisement -

भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत 1996 में हुई

भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत 1996 के लोकसभा चुनाव में हुई थी जब सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज जिसे हम सीएसडीएस के नाम से ज्यादा जानते हैं, उसने एग्जिट पोल किया था और यह संभावना जताई थी कि देश में बीजेपी की सरकार बनेगी और यह सच हुआ था. उसके बाद से देश में एग्जिट पोल हो रहे हैं और देखा यह गया है कि इसके नतीज हमेशा सौ फीसदी ना सही पर काफी हद तक सटीक ही बैठते हैं.

Also Read: Exit Poll 2023: कितना सही साबित होता है एग्जिट पोल? जानें क्या कहते है 2018 के आंकड़े
क्या होता है एग्जिट पोल

जो संस्थान एग्जिट पोल कराती है, वह सैंपल सर्वे करती है और मतदान करके निकलने वाले लोगों से यह पूछती है कि उसने किसे वोट दिया. उनकी राय को बिलकुल गुप्त रखा जाता है और वोटिंग के लिए पर्ची का प्रयोग किया जाता है , जिसे वे एक बंद डिब्बे में डालते हैं. मतदाताओं की राय वोटिंग के तुरंत बाद ली जाती है, ताकि मतदाता किसी से प्रभावित ना हो. इस तरह जो आंकड़े जमा होते हैं, उनका विश्लेषण कर विशेषज्ञ यह संभावना व्यक्त करते हैं कि चुनाव परिणाम क्या हो सकते हैं.

एग्जिट पोल की शुरुआत अमेरिका से हुई

एग्जिट पोल की शुरुआत अमेरिका से हुई है, जहां राष्ट्रपति चुनाव के वक्त आम मतदाताओं से उनकी राय मांगी गई और एग्जिट पोल किया गया. हालांकि एग्जिट पोल के नतीजे सौ फीसदी सच नहीं होते हैं. बिहार में जब महागठबंधन बना था तो एग्जिट पोल के नतीज फेल हुए थे. छत्तीसगढ़ को लेकर पिछली दफा जिन संस्थाओं ने एग्जिट पोल किए थे, वे सफल नहीं हो पाए थे, सिर्फ एक संस्था का पोल सही साबित हुआ था.

Also Read: Chhattisgarh EXIT POLL: भाजपा-कांग्रेस में कड़ी टक्कर, जानें किसको मिल रही है बढ़त

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें