25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

महाराष्ट्र राजनीतिक संकट: एकनाथ शिंदे बने रहेंगे विधायक दल के नेता, 34 एमएलए ने राज्यपाल को भेजा प्रस्ताव

Advertisement

महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. शिवसेना के बागी नेता को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से नाराजगी नहीं है. वे एनसीपी और कांग्रेस के साथ पार्टी के गठबंधन से नाराज हैं. उन्होंने यह साफ कर दिया है कि शिवसेना के साथ मिलकर महाराष्ट्र में ये दोनों पार्टियां मजबूत हुई हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुंबई : महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. सत्ता पाने के लिए हो रहे जोड़-तोड़ के बीच खबर निकलकर सामने आ रही है कि शिवसेना के बागी नेता और बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व को मानने का दावा करने वाले एकनाथ शिंदे विधायक दल के नेता बने रहेंगे. इसके लिए शिवसेना के 34 विधायकों के हस्ताक्षर से एक प्रस्ताव भी पारित किया गया है. दिलचस्प बात यह भी है कि एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता बनाने को लेकर इन 34 विधायकों के हस्ताक्षर वाला यह प्रस्ताव महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेज दिया गया है.

- Advertisement -

क्यों नाराज हैं एकनाथ शिंदे

सबसे बड़ी बात यह है कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कोई शिकायत नहीं है. उन्हें कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन से दिक्कत है. उन्हों यह स्पष्ट कर दिया है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर गठबंधन किया. इससे राज्य में कांग्रेस और एनसीपी पहले के मुकाबले मजबूत हुए हैं, जबकि जमीनी स्तर पर शिवसेना और शिवसैनिकों का मनोबल कमजोर हुआ है. उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि शिवसेना को कांग्रेस और एनसीपी के साथ हुए गठबंधन से बाहर आ जाना चाहिए. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार से शिवसैनिकों में असंतोष बना हुआ है.

भरत गोगावाले को बनाया पार्टी का मुख्य सचेतक

समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को पारित प्रस्ताव में कहा गया कि एकनाथ शिंदे 2019 में सर्वसम्मति से शिवसेना विधायक दल के नेता चुने गए और विधायक दल के नेता बने रहेंगे. प्रस्ताव में कहा गया है कि भरत गोगावाले को पार्टी का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है. हालांकि, महाराष्ट्र में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बाद शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को पार्टी विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया था. हालांकि, बागी विधायकों ने अपने नए संकल्प के साथ पलटवार भी किया है.

प्रस्ताव में सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार पर असंतोष

पार्टी के इस प्रस्ताव में कहा गया है कि पिछले दो साल में शिवसेना की विचारधारा से समझौता किया गया है. इन विधायकों ने अनिल देशमुख और नवाब मलिक का जिक्र करते हुए सरकार में भ्रष्टाचार पर भी असंतोष व्यक्त किया है. अनिल देशमुख और नवाब मलिक फिलहाल में जेल में हैं. वहीं, शिवसेना के विधायकों की ओर से राज्यपाल को भेजे गए प्रस्ताव पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि भरत गोगावाले को शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है. इसलिए आज शाम विधायक दल की बैठक के संबंध में सुनील प्रभु द्वारा जारी आदेश अवैध है.

एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़े शिवसेना

शिवसेना के बागी विधायकों ने कहा है कि विभिन्न विचारधाराओं के कारण एनसीपी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष है. इस मामले पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना के लिए पार्टी और पार्टी कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए जरूरी है कि वह एनसीपी और कांग्रेस के साथ के अस्वाभाविक गठबंधन से बाहर आ जाए. उन्होंने कहा कि शिवसेना और शिवसैनिक गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी के मजबूत होने के बावजूद कमजोर हुए.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें