17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

वैक्सीन बनाने में होता है गाय के बछड़े या जानवर का इस्तेमाल, एक्सपर्ट्स से जानिए कैसे और कितना…

Advertisement

नयी दिल्ली : सरकार ने बुधवार को एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक (Bharat Biotech) द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन (Corona Vaccine) कोवैक्सीन में नवजात बछड़े का सीरम नहीं है. कोवैक्सीन में बछड़ा सीरम की उपस्थिति के बारे में सोशल मीडिया पर मचे बवाल के बाद सरकार का स्पष्टीकरण आया है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सरकार ने कहा कि बछड़े के सीरत का उपयोग वैक्सीन के किसी घटक के रूप में नहीं किया जाता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : सरकार ने बुधवार को एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक (Bharat Biotech) द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन (Corona Vaccine) कोवैक्सीन में नवजात बछड़े का सीरम नहीं है. कोवैक्सीन में बछड़ा सीरम की उपस्थिति के बारे में सोशल मीडिया पर मचे बवाल के बाद सरकार का स्पष्टीकरण आया है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सरकार ने कहा कि बछड़े के सीरत का उपयोग वैक्सीन के किसी घटक के रूप में नहीं किया जाता है.

- Advertisement -

पीटीआई की खबर के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केवल वेरो कोशिकाओं को तैयार करने और उनके विकास के लिए बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है. यह किसी भी वैक्सीन का घटक नहीं होता है. पूरी दुनिया में बछड़े या अन्य पशुओं के सीरम का इस्तेमाल वेरो कोशिकाओं के विकास और निर्माण के लिए किया जाता है. सोशल मीडिया पर इसे गलत तरीके से पेश किया गया.

वायरस कैसे कल्चर होते हैं

इंडियन एक्सप्रेस की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के मुताबिक, भारत बायोटेक द्वारा बनाये गये टीके मानव में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करने के लिए रोग पैदा करने वाले वायरस का उपयोग करते हैं. वैक्सीन में इस्तेमाल होने और मानव शरीर में इंजेक्शन लगाने से पहले वायरस को मार दिया जाता है या निष्क्रिय कर दिया जाता है, लेकिन फिर भी यह एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करने में सक्षम होता है.

Also Read: भारत में संक्रमण के 62,480 नये मामले, 1587 लोगों की मौत, कोरोना ने छीन ली 40 लाख लोगों की जिंदगी

वैक्सीन में इस्तेमाल होने के लिए, वायरस को प्रयोगशाला में विकसित या संवर्धित करने की आवश्यकता होती है. वैज्ञानिक संक्रमित व्यक्ति के ऊतकों में मौजूद वातावरण के प्रकार को फिर से बनाकर इन वायरस के विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करने का प्रयास करते हैं. इसलिए, ‘पोषक तत्व’ युक्त समाधान वायरस के लिए विकास माध्यम के रूप में कार्य करते हैं.

ये पोषक तत्व, जैसे विशिष्ट चीनी और नमक के अणु, घोड़ों, गाय, बकरी या भेड़ जैसे उपयुक्त जानवरों के ऊतकों से निकाले जाते हैं. इन पोषक तत्वों से भरपूर घोल में वायरस बढ़ता है. उसके बाद, यह शुद्धिकरण के कई चरणों से गुजरता है जो इसे एक टीके में इस्तेमाल करने के लिए उपयुक्त बनाता है. पूरी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद वैक्सीन का निर्माण किया जाता है.

बछड़ा का सीरम क्यों होता है इस्तेमाल

संयुक्त राज्य अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन की वेबसाइट में बताया गया है कि गाय के घटकों का मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है क्योंकि गाय बड़े जानवर हैं, आसानी से उपलब्ध हैं, और इनमें कुछ उपयोगी रसायन और एंजाइम पाये जाते हैं. असमें कहा गया है कि गाय का दूध अमीनो एसिड और शर्करा जैसे गैलेक्टोज का एक स्रोत है. वैक्सीन निर्माण में उपयोग किये जाने वाले गाय के लम्बे डेरिवेटिव में ग्लिसरॉल शामिल है.

यह भी बताया गया कि जिलेटिन और कुछ अमीनो एसिड गाय की हड्डियों से आते हैं. गाय के कंकाल की मांसपेशी का उपयोग कुछ जटिल माध्यमों में प्रयुक्त शोरबा तैयार करने के लिए किया जाता है. सूक्ष्म जीवों को विकसित करना मुश्किल है और वायरस को फैलाने के लिए उपयोग की जाने वाली कोशिकाओं को रक्त से सीरम को विकास माध्यम में जोड़ने की आवश्यकता होती है. थर्मो फिशर साइंटिफिक, नवजात बछड़े का सीरम आदि का उपयोग 50 से अधिक वर्षों से टीके के उत्पादन में किया जाता है.

टीकों में पशुओं के सीरम का इस्तेमाल

ऐतिहासिक रूप से टीकों के विकास में पशु सीरम का उपयोग किया गया है. डिप्थीरिया के टीके में एंटीबॉडी पूरक के रूप में हॉर्स सीरम का उपयोग 100 वर्ष से अधिक पुराना है. घोड़ों को बैक्टीरिया की छोटी खुराक का इंजेक्शन लगाया जाता था जो डिप्थीरिया का कारण बनते थे ताकि वे एंटीबॉडी विकसित कर सकें. बाद में संक्रमित जानवर के खून का इस्तेमाल एंटीबॉडी निकालने के लिए किया जाता है और वैक्सीन में इस्तेमाल किया जाता है.

Posted By: Amlesh Nandan.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें