27.1 C
Ranchi
Tuesday, February 11, 2025 | 01:18 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

India lockdown:मालिक के आदेश से संकट में सैकड़ों मजदूर, शहर से अपने गांव पैदल जाने को मजबूर

Advertisement

कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर 24 मार्च रात 12 बजे के बाद पूरे भारत में पूरे भारत में लॉकडाउन है. ऐसी स्थिति में कई सारे काम बंद कर दिए गये.

Audio Book

ऑडियो सुनें

कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर 24 मार्च रात 12 बजे के बाद पूरे भारत में पूरे भारत में लॉकडाउन है. ऐसी स्थिति में कई सारे काम बंद कर दिए गये. काम में जुटे मजदूरों को घर जाने के आदेश दे दिए गए. ऐसे में सैंकड़ों मजदूरों के सामने संकट खड़ा हो गया. कमाई तो गई ही, अब घर कैसे पहुंचे क्योंकि देश लॉकडाउन है. मजबूरी में उन्होंने अपना बोरिया-बिस्तर बांधा और पैदल ही निकल पड़े. ऐसा हुआ है गुजरात में. बताया जा रहा है कि अधिकतर मालिकों ने अपने यहां काम करने वाले मजदूरों को मुआवजे के रूप में 500 रुपये दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात की राजधानी अहमदाबाद से ऐसे मजदूर पैदल ही राजस्थान स्थित अपने गांव की ओर चल दिए.

- Advertisement -

बुधवार को साबरकांठा जिले में नेशनल हाईवे पर अपने बच्चों और सामान के साथ पैदल जाते हुए मजदूरों को पुलिस ने देखा तो रोक लिया. इनमें से कई बुधवार दोपहर को इदर, हिम्मतनगर और प्रांतिज पहुंचे. रोजी-रोटी जाने और पैदल चलने के कारण इनके चेहरे पर थकान साफ झलक रही थी. एक मजदूर ने पुलिस को बताया, मैं अहमदाबाद के रानीप इलाके में काम कर रहा था और मेरे मालिक ने मुझे काम बंद करके वापस जाने को कह दिया. उन्होंने मुझे बस किराया दिया, लेकिन कोई गाड़ी चल नहीं रही, हम पैदल अपने गांव वापस जाने को मजबूर हैं. इन मजदूरों और उनके परिवार को खाना और पानी तक नहीं मिला क्योकि लॉकडाउन के कारण सबकुछ बंद है.

ऐसे में साबरकांठा पुलिस ने उनकी मदद की और उन्हें खाना खिलाया. मामले में साबरकांठा एसपी चैतन्य मांडलिक ने कहा, मजदूरों को राजस्थान के सिरोही, उदयपुर या डूंगरपुर स्थित उनके गांवों तक पहुंचने के लिए परिवहन की कुछ न कुछ व्यवस्था की जाएगी, फिलहाल उन्हें भोजन, बिस्किट और पानी उपलब्ध कराया है. इन मजदूरों ने गंभीर जोखिम लिया है, लेकिन उनके पास कोई विकल्प नहीं है. बता दें कि गुजरात में कोविड-19 संक्रमण के तीन और मामले सामने आने के बाद राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर बुधवार को 38 हो गयी.

पंजाब पुलिसः CM कैप्टन अमरिंदर सिंह बोले- वाह! बहुत खूब

लॉकडाउन के बीच पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब पुलिस का एक वीडियो अपने ट्वीट हैंडल पर शेयर करते हुए उनकी तारीफ की है. वीडियो में पुलिस के कुछ जवान सड़क किनारे दुकान लगाए एक दुकानदार से सब्जी खरीदते हुए और उन्हें जरूरतमंद लोगों में बांटते नजर आ रहे हैं. सीएम ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें मास्क से मुंह कवर किए हुए दो पुलिस अधिकारी दुकानदार से सारी सब्जियां खरीदते हुए दिखाई दे रहे हैं. सब्जी के लिए पैसे देने से पहले उन्होंने वेंडर के हाथ में सैनेटाइजर डाला है. यही नहीं कोरोनावायरस से खुद को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने अपने हाथ पर भी सैनेटाइजर छिड़का. इसके बाद सब्जियों को जीप में लोड किया और शहर में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों में ये सब्जियां बांटी दीं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें