21.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 01:24 pm
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Congress President Polls: राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष क्यों बनाना चाहती है बीजेपी?

Advertisement

Congress President Polls: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया गया है. हालांकि, अभी भी अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी की उम्मीदवारी को लेकर स्थिति साफ नहीं है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Congress President Polls: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 17 अक्टूबर को होना है और 19 अक्टूबर को पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा. अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया गया है. हालांकि, अभी भी अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी की उम्मीदवारी को लेकर स्थिति साफ नहीं है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता लगातार उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हैं.

- Advertisement -

मोदी सरकार पर लगातार निशाना साधते रहे है राहुल गांधी

दरअसल, कांग्रेस नेताओं का मानना है कि विपक्षी खेमे में राहुल गांधी ही एकमात्र नेता है, जो लगातार मुद्दे उठाते हैं और मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. यहां बताते चलें कि केंद्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता अधिकांश मुद्दों पर आपस में भिड़ते दिखते हैं. इन सबके बीच, सियासी गलियारों में अब यह चर्चा तेज है कि कई कांग्रेसी नेताओं के साथ-साथ बीजेपी भी राहुल गांधी को प्रमुख विपक्षी दल का अध्यक्ष के पक्ष में है.

क्या गहलोत होंगे कांग्रेस के अगले अध्यक्ष?

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नेहरू-गांधी परिवार के बाहर कुछ उन कांग्रेसी नेताओं में शामिल हैं, जिनके पार्टी अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि, गहलोत कई बार यह कह चुके है कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद राहुल गांधी के पास जाना चाहिए. गहलोत ने पिछले महीने जयपुर में एक सम्मेलन में कहा था कि अगर राहुल गांधी को पार्टी प्रमुख नहीं बनाया गया तो इससे देश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा होगी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को देश भर के आम कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझना चाहिए और उन्हें खुद इस पद को स्वीकार करना चाहिए.

अध्यक्ष पद के लिए मान जाएंगे राहुल!

वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे. खुर्शीद ने पिछले महीने कहा था कि सच कहूं तो मैंने जिस किसी से भी बात की है या उनकी राय को महसूस किया है, उनकी नजर में राहुल गांधी अध्यक्ष पद के लिए नंबर एक पसंद बने हुए है. हम उससे आगे किसी भी बातचीत में नहीं गए हैं. हमारे पास इस बात का कोई संकेत नहीं हैं कि क्या वह हमारे अनुरोध को स्वीकार करेंगे. इधर, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में वापस आने के लिए मजबूर करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरी अपनी निजी राय है और सभी कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए. क्योंकि, वह अकेले हैं जो कांग्रेस को उठा सकते हैं और उसे एकजुट कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम उनसे पूछेंगे, हम उन्हें मजबूर करेंगे और उनसे कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में लौटने के लिए अनुरोध करेंगे. हम उनके पीछे खड़े हैं. हम उनका पीछा करने की कोशिश करेंगे.

बीजेपी के लिए आशीर्वाद हैं राहुल गांधी

खबरों के मुताबिक, न केवल कांग्रेस के दिग्गज नेता बल्कि, बीजेपी के कई नेताओं ने भी राहुल गांधी की एआईसीसी अध्यक्ष के रूप में वापसी का समर्थन किया है. लेकिन, सभी ने अलग-अलग कारणों का जिक्र किया है. बीजेपी नेताओं को लगता है कि राहुल के साथ कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में उनकी पार्टी के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करना आसान है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने यहां तक कहा कि राहुल गांधी बीजेपी के लिए एक आशीर्वाद थे. अगर आप गुलाम नबी आजाद के पत्र और 2015 में लिखे गए पत्र को पढ़ेंगे, तो आपको बहुत सारी समानताएं मिलेंगी. कांग्रेस में सभी जानते हैं कि राहुल गांधी अपरिपक्व और अप्रत्याशित हैं. सोनिया गांधी पार्टी की देखभाल नहीं कर रही हैं, वह केवल हैं अपने बेटे को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है, जो एक व्यर्थ प्रयास है. हिमंत बिस्वा ने आगे कहा कि पार्टी के प्रति वफादार लोग इसे छोड़ रहे हैं. मैंने भविष्यवाणी की थी कि कांग्रेस के लिए एक समय आएगा, जब केवल गांधी पार्टी में रहेंगे और यह हो रहा है. इसी तरह, खड़गे की टिप्पणी पर कि हम राहुल गांधी को कांग्रेस प्रमुख बनने के लिए मजबूर करेंगे, भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के राष्ट्रीय सचिव तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने चुटकी ली लेते हुए कहा कि हम भी मजबूर करेंगे.

राहुल गांधी के पक्ष में क्यों खड़े हो रहे बीजेपी नेता?

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर टीओआई को बताया कि 2013 से कांग्रेस में राहुल गांधी का उत्थान उनके संगठन के लिए वरदान साबित हुआ है. उन्होंने बताया कि जनवरी 2013 में जयपुर में उनकी पार्टी की बैठक में राहुल को कांग्रेस उपाध्यक्ष के रूप में पदोन्नत किया गया था. केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 44 सीटों पर सबसे खराब स्थिति में थी, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने जीत हासिल की थी. बीजेपी को 282 सीटें मिलने के साथ, 30 साल बाद किसी पार्टी ने बहुमत हासिल किया था. फिर से, दिसंबर 2017 में राहुल को गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में आगे बढ़ाया गया. कांग्रेस ने 2019 का लोकसभा चुनाव राहुल के साथ प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में लड़ा था. कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत हासिल की, जो 2014 में उसकी सीटों की तुलना में थोड़ा बेहतर था. लेकिन, भाजपा की संख्या 303 तक पहुंच गई.

राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से बीजेपी को मिलेगा फायदा?

बीजेपी नेता ने कहा कि अगर राहुल 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालते हैं, तो यह गुजरात विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले और 2024 के लोकसभा चुनाव से करीब डेढ़ साल पहले होगा. लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव, नतीजे एक जैसे ही आने वाले हैं. बीजेपी राहुल के नेतृत्व वाली कांग्रेस को पछाड़ देगी. उन्होंने राहुल गांधी पर मतदाताओं के बीच विश्वसनीयता और कांग्रेस के भीतर ही काफी हद तक सत्ता खोने का आरोप लगाया. सभी उन्हें पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं. राहुल के पास वह खौफ नहीं है जो उन्होंने 2014 या 2019 में भी किया था. यही कारण है कि गुलाम नबी आजाद जैसे पुराने गार्ड नेता या जयवीर शेरगिल जैसे युवा नेता कांग्रेस छोड़ रहे हैं. लेकिन, बीजेपी के लिए राहुल एक भाग्यशाली शुभंकर हैं. बताते चलें कि राहुल गांधी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल, सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष हैं.

Also Read: Explainer: मिशन 2024 को लेकर बन रहा सियासी माहौल, BJP को चुनौती देने में कामयाब होगा बिखरा हुआ विपक्ष?

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें