27.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 01:12 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

LAC पर नहीं मान रहा चीन, लद्दाख सीमा पर फिर तैनात किये 40,000 सैनिक

Advertisement

Galwan Valley, Violent clash, Indo-China face-off, China not de-escalating situation on LAC , China deploy 40,000 troops on Ladakh : पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव दूर करने के लिये भारत और चीनी सेनाओं के बीच कमांडर स्तर की बातचीत जारी है. एक ओर सीमा पर तनाव को कम करने की कोशिश हो रही है, तो दूसरी ओर चीन अपनी दोहरी चाल से बाज नहीं आ रहा है. एक ओर चीन दुनिया के सामने शांति का दिखावा कर रहा है, तो दूसरी ओर एलएसी पर लगातार सैनिकों की तैनाती भी कर रहा है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव दूर करने के लिये भारत और चीनी सेनाओं के बीच कमांडर स्तर की बातचीत जारी है. एक ओर सीमा पर तनाव को कम करने की कोशिश हो रही है, तो दूसरी ओर चीन अपनी दोहरी चाल से बाज नहीं आ रहा है. एक ओर चीन दुनिया के सामने शांति का दिखावा कर रहा है, तो दूसरी ओर एलएसी पर लगातार सैनिकों की तैनाती भी कर रहा है.

न्यूज एजेंसी एनएनआई के हवाले से खबर है कि चीन लद्दाख सीमा पर अब भी अपनी सेना के साथ डटा हुआ है और वहां से वापस जाने का नाम नहीं ले रहा है. न्यूज एजेंसी के अनुसार लद्दाख मोर्चे पर अब भी 40,000 चीनी सैनिकों की तैनाती जारी है.

इधर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वायुसेना को चौकन्ना रहने को कहा है. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि वायुसेना अल्पकालिक और रणनीतिक खतरों के मुकाबले के लिये तैयार है और सभी इकाइयां विरोधियों की किसी भी आक्रामक कार्रवाई का मुकाबला करने के लिये समान रूप से तैयार हैं.

राजनाथ सिंह ने चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध की प्रतिक्रिया में भारतीय वायुसेना द्वारा अग्रिम ठिकानों पर अपने संसाधनों की त्वरित तैनाती को लेकर भारतीय वायुसेना की सराहना करते कहा कि बालाकोट में उसके हमले और मौजूदा युद्धक तैयारियों ने विरोधियों को कड़ा संदेश दिया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिये राष्ट्र का संकल्प अडिग है और देश के लोगों को अपनी सशस्त्र सेनाओं की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कमांडरों को आश्वस्त किया कि सशस्त्र बलों की सभी आवश्यकताएं, चाहे वित्तीय हों या किसी अन्य तरह की, पूरी की जाएंगी.

Also Read: गलवान घाटी में शहीद कर्नल संतोष की पत्नी संतोषी को मिला डेप्युटी कलेक्टर का पद, मुख्यमंत्री राव ने दिया नियुक्ति पत्र

गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच हाल ही में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव दूर करने के लिये चौथी कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी. जिसमें चीन ने खुद बयान जारी किया था और बताया था कि सीमा पर तनातनी को कम करने के लिये सैनिकों की और वापसी को बढ़ावा देने की दिशा में प्रगति” हुई.

नयी दिल्ली में सरकारी सूत्रों ने भी बैठक के बाद बताया, दोनों सेनाओं के वरिष्ठ कमांडरों के बीच करीब 15 घंटों तक चली गहन और जटिल बातचीत के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को लक्ष्मण रेखाओं के बारे में बताया और यह भी जता दिया कि क्षेत्र में स्थिति में सुधार काफी हद तक चीन पर निर्भर करता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अचानक हुई लद्दाख दौरे के बाद हॉट स्प्रिंग गोगरा से 1 से 2 किलोमीटर तक चीन और भारतीय सेना पीछे हटी थी. चीन की इस कार्रवाई से ऐसा लग रहा कि सीमा पर तनाव अब कम हो रहे है.

लद्दाख में युद्ध जैसे हालात पैदा करने से चीन की विस्तारवादी नीति झलकती है : सामरिक विशेषज्ञ

पूर्वी लद्दाख में चीन का युद्ध जैसे हालात पैदा करना उसकी विस्तारवादी नीति को दर्शाता है, जिसे भारतीय सेना ने अपनी ‘दृढ़’ एवं शानदार प्रतिक्रिया के माध्यम से विफल कर दिया है. सामरिक विशेषज्ञों ने यह राय प्रकट की. विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि चीन का सैन्य ‘दु:साहस’ पूरी दुनिया में कोविड-19 के खिलाफ उसकी आलोचना के बाद कहीं और फायदा दिखाने के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के प्रयास का हिस्सा हो सकता है.

पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर ने कहा कि पूर्वी लद्दाख और दक्षिण चीन सागर में सैन्य दु:साहस से चीन को ‘बड़ा आर्थिक नुकसाान’ उठाना होगा, क्योंकि कई देश उसके व्यवहार को लेकर चिंतित हैं. पूर्वी लद्दाख में चीन के आक्रामक रूख पर भारत के जवाब को उन्होंने ‘शानदार’ बताया और कहा कि भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों की तुलना में ज्यादा बेहतर प्रशिक्षित हैं.

Posted By – Arbind Kumar Mishra

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें