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Maharashtra: अजित पवार के बीजेपी में जाने की खबरों के बीच शरद पवार ने दी इफ्तार पार्टी, पढ़ें 12 बड़ी बातें

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भाजपा के साथ उनके गठबंधन करने की अफवाह के बीच पवार ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने राकांपा के 53 में से 40 विधायकों के हस्ताक्षर लिए हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की अपुष्ट खबरें पार्टी कार्यकर्ताओं को आहत करती हैं.

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महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल के संकेत मिल रहे हैं. इस बार एनसीपी में टूट की आशंका जतायी जा रही है. मीडिया में पिछले तीन-चार दिनों से खबर चल रही है कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी के साथ हाथ मिलाने की तैयारी में हैं. हालांकि खुद अजित पवार ने इस अटकलबाजी को महज अफवाह बताया और कहा, जब तक जीवित हूं, राकांपा के लिए काम करूंगा. इस बीच एनसीपी चीफ शरद पवार ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया, जिसमें अजित पवार भी शामिल हुए. तो आइये जानें अजित पवार प्रकरण की खास बातें.

1. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने इफ्तार पार्टी के मौके पर कहा, उनकी पार्टी कानून व्यवस्था और संविधान के आदर्शों से कभी समझौता नहीं करेगी. वह जाहिर तौर पर, गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद की उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत में हुई हत्या का जिक्र कर रहे थे.

2. शरद पवार ने यूपी सरकार पर निशान साधा और कहा, जब समाज में कोई व्यक्ति कुछ गलत काम करता है, तो ऐसे व्यक्ति से निपटने के लिए कानून में प्रावधान हैं. लेकिन कानून और संविधान का पालन नहीं करके और कानून को अपने हाथ में लेकर… कुछ कदम उठाए जाते हैं. यह माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है कि ऐसा करना सही है, लेकिन यह देश के लिए अच्छा नहीं है.

Also Read: Maharashtra: लू से मौत पर सियासत! संजय राउत ने बताया कुप्रबंधन, अजित पवार ने की जांच की मांग

3. शरद पवार की इफ्तार पार्टी में राकांपा के कई नेताओं ने भाग लिया जिनमें अजित पवार, सुप्रिया सुले, फौजिया खान, मोहम्मद फैजल, छगन भुजबल, अनिल देशमुख आदि शामिल थे.

4. मीडिया में तीन-चार दिनों से खबर चल रही थी कि अजित पवार बीजेपी के साथ हाथ मिलाने वाले हैं. उन्हें 30 से 34 एनसीपी विधायकों का समर्थन मिल चुका है.

5. अटकलबाजी के बीच शरद पवार और खुद अजित पवार का बयान सामने आया. दोनों ने खबरों को महज अफवाह बताया.

6. अजित पवार ने साफ कर दिया कि वो जबतक जीवित रहेंगे, एनसीपी के लिए काम करेंगे.

7. इसके साथ ही पवार ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह और उनके करीबी विधायक सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन कर सकते हैं.

8. भाजपा के साथ उनके गठबंधन करने की अफवाह के बीच पवार ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने राकांपा के 53 में से 40 विधायकों के हस्ताक्षर लिए हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की अपुष्ट खबरें पार्टी कार्यकर्ताओं को आहत करती हैं और उनमें भ्रम होता है.

9. अजित पवार के अगले राजनीतिक कदम को लेकर अफवाहें पिछले हफ्ते तब शुरू हुई थीं जब उन्होंने अचानक अपनी पूर्व-निर्धारित बैठकें रद्द कर दीं और ऐसी टिप्पणियां कीं जिन्हें भाजपा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे के प्रति उनके रुख में नरमी माना गया.

10. शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने रविवार को अफवाहों को यह कहकर और हवा दे दी कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में उद्धव ठाकरे से कहा था कि उनकी पार्टी कभी भी भाजपा से हाथ नहीं मिलाएगी, भले ही कोई व्यक्तिगत स्तर पर ऐसा निर्णय क्यों न ले.

11. अजित पवार ने राउत का नाम लिए बिना मंगलवार को उनकी आलोचना की और कहा कि अन्य दलों के प्रवक्ता ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे वे राकांपा के प्रवक्ता हों. उन्होंने कहा कि जब भी पार्टी की बैठक होगी, वह इस मुद्दे को उठाएंगे.

12. वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन था और शिवसेना (अविभाजित) ने सहयोगी भाजपा से नाता तोड़ लिया था. उसके बाद अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस से हाथ मिला लिया और सरकार बनाई जिसमें फडणवीस मुख्यमंत्री थे वहीं अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने. हालांकि वह सरकार मात्र 80 घंटे ही रह सकी.

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