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किसने चीनी नागरिकों को कहा ‘चीटर’, कौन नहीं देता चीनियों को नौकरी

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चीन दुनिया का सबसे बड़ा धोखेबाज राष्ट्र बन गया है. यहां के लोग निहायत की मतलबी और बेशर्म हैं. यह कहना है जस्टिस मार्कंडेय काटजू का. शुक्रवार फेसबुक पर अपने पोस्ट में उन्होंने ये बातें कही हैं. सुप्रीम कोर्ट के भूतपूर्व जज और प्रेस काउंसिल आॅफ इंडिया के भूतपूर्व अध्यक्ष जस्टिस काटजू ने लिखा है, […]

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चीन दुनिया का सबसे बड़ा धोखेबाज राष्ट्र बन गया है. यहां के लोग निहायत की मतलबी और बेशर्म हैं. यह कहना है जस्टिस मार्कंडेय काटजू का. शुक्रवार फेसबुक पर अपने पोस्ट में उन्होंने ये बातें कही हैं.

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सुप्रीम कोर्ट के भूतपूर्व जज और प्रेस काउंसिल आॅफ इंडिया के भूतपूर्व अध्यक्ष जस्टिस काटजू ने लिखा है, ‘मैं मानता हूं कि सभी देशों के अधिकतर लोग अच्छे होते हैं. हालांकि, कई बार लोग कुछ समय के लिए बुरे बन जाते हैं. उदाहरण के लिए, नाजी शासन में जर्मनी के लोग मतवाले हो गये थे. हालांकि, आमतौर पर वे बहुत संस्कारी लोग हैं. विश्व संस्कृति के अलावा विज्ञान, कला, साहित्य, फिलाॅसफी, अर्थव्यवस्था आदि में इनका अहम योगदान है.’

जस्टिस मार्केंडय काटजू ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी

इसी तरह, चीन के लोगों का विश्व की संस्कृति में अहम योगदान रहा है. एक समय था, जब उनमें संस्कार था, वे सिद्धांतों की बात करते थे. लेकिन, बड़े ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि अब यह सब बीते दिनों की बातें हो गयी हैं. अाज के समय में चीन के अधिकांश लोग धोखेबाज और बेशर्मी की हद तक स्वार्थी हैं.

वर्ष 1949 में चीनी क्रांति के बाद चीन जानेवाले लोग बताते हैं कि उस समय के लोगों के विचार महान थे. लेकिन, अाज क्या स्थिति है? तब की स्थिति के बिल्कुल उलट. अाज के अधिकांश चीनी नागरिक पैसा कमाने के लिए नीचता की हद तक जा सकते हैं. ये लोग किसी भी तरह से सिर्फ मुनाफा कमाना चाहते हैं.

‘कोई है जो जस्टिस काटजू को बाहर ले जाए’

निम्नलिखित पर गौर करें, जो साबित करता है कि चीनी लोगों की अाज दुनिया में क्या स्थिति है.

1. जर्मनी में बड़ी तकनीकी कंपनियां चीनी तकनीकविदों को अपने यहां नौकरी नहीं देतीं, क्योंकि इन्हें औद्योगिक जासूस मानती हैं. सीधे शब्दों में कहें तो इन्हें चोर समझती हैं.

2. आइवी लीग विश्वविद्यालय समेत अमेरिकी विश्वविद्यालयों में चीन के विद्यार्थी बार-बार परीक्षा में चीटिंग करते हुए पकड़े जाते हैं.

3. चीन में भ्रष्टाचार के जरिये कमायी गयी रकम से चीन के लोग वैंकूवर, सियेटल, कैलिफोर्निया जैसे शहरों में जमीन खरीदते हैं. इनकी वजह से ही इन शहरों में जमीन की कीमतें बढ़ रही हैं और अमेरिका के आम लोगों के लिए जमीन खरीदना मुश्किल हो गया है.

4. बीजिंग एयरपोर्ट पर मैंने एक बुजुर्ग सिख को देखा. उनके साथ दो बुजुर्ग महिला भी थीं. ये लोग बुजुर्ग महिला के लिए व्हीलचेयर मांग रहे थे, क्योंकि महिला मुश्किल से चल पा रही थी. लेकिन, उन्हें व्हीलचेयर देने की बजाय एयरपोर्ट पर तैनात युवा चीनी नागरिक उन पर चिल्ला रहा था.

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