नयी दिल्ली : अपने सहयोगी पर कटाक्ष करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा को केवल अपनी पार्टी नहीं बल्कि देश को भी मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘‘पाकिस्तान के टुकड़े टुकड़े करने” का अनुरोध किया. उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान को […]
नयी दिल्ली : अपने सहयोगी पर कटाक्ष करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा को केवल अपनी पार्टी नहीं बल्कि देश को भी मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘‘पाकिस्तान के टुकड़े टुकड़े करने” का अनुरोध किया.
उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान को सबक सिखाने का अनुरोध किया है और पीएम मोदी को सलाह दी कि वो मन की बात की जगह पाकिस्तान के खिलाफ गन की बात करें. दो भारतीय सैनिकों के शव को क्षत विक्षत करने वाले पाकिस्तान को दंडित करें. ठाकरे ने महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार पर हमला करते हुए कहा ‘‘भाजपा को केवल पार्टी को नहीं बल्कि देश और राज्य को भी मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए. हम मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं. उप्र में योगी सरकार है लेकिन यहां (महाराष्ट्र में) ‘निरुपा योगी’ (व्यर्थ) सरकार है.” उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान में घुसकर उसके टुकड़े टुकड़े कर दो. शिवसेना प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ी होगी.” उद्धव ने कहा कि हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत हुई लेकिन गोवा विधानसभा चुनावों के नतीजों की अनदेखी नहीं की जा सकती.
मुखपत्र सामना में छपे लेख में शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल निंदा करने से काम नहीं चलने वाला है. बल्कि अब पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कार्रवाई का समय आ गया है. शिवेसना ने कहा, देश में खराब हालात का पता इसी बात से चलता है कि पाकिस्तान जैसा छोटा देश भी हर दिन भारत के आत्मसम्मान का कत्ल कर रहा है. शिवसेना ने कहा कि हमारे सैनिकों को बर्बर तरीके से पाकिस्तानी सैनिक मार रहे हैं और हम हैं कि केवल इसकी निंदा कर रहे हैं.
केवल निंदा करने से पाकिस्तान पर कोई असर होने वाला नहीं है. रक्षा मंत्री अरुण जेटली बोलते हैं कि सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, लेकिन दुर्भाग्य से हमें बोलना पड़ रहा है कि भारतीय सैनिकों को बलिदान व्यर्थ ही जा रहा है. शिवसेना ने कहा, जबतक लोग अपनी निंद्रा से जागेंगे और मोदी सरकार की विफलता को देखेंगे, तब तक काफी देर हो चुकी होगी.