नयी दिल्ली : उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत कल प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में शपथ लेंगे. केंद्रीय नेतृत्व और विधायकों ने मिलकर त्रिवेंद्र को चुना है. विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होने मीडिया से बात करते हुए भ्रष्ट्राचार मुक्त और पारदर्शी सरकार देने पर जोर दिया.
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे त्रिवेंद्र , जानिये कैसा रहा है अबतक का सफर
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नयी दिल्ली : उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत कल प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में शपथ लेंगे. केंद्रीय नेतृत्व और विधायकों ने मिलकर त्रिवेंद्र को चुना है. विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होने मीडिया से बात करते हुए भ्रष्ट्राचार मुक्त और पारदर्शी सरकार देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि उनका ध्यान […]
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उन्होंने कहा कि उनका ध्यान विशेष तौर पर गरीबों की तरफ होगा. त्रिवेंद्र का सफर बेहद रोचक रहा है. एक पत्रकार के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले त्रिवेंद्र रावत आज उत्तरखांड के मुख्यमंत्री की कुरसी तर पहुंच गये.
जानिये कैसा रहा है सफर
त्रिवेंद्र का जन्म जन्म 20 दिस्म्बर, 1960 को उत्तराखंड के एक गांव खैरासैण में हुआ. उनके पिता श्री प्रताप सिंह रावत और मा श्रीमती बोद्धा देवी है . त्रिवेंद्र का परिवार छोटा है उनकी पत्नी श्रीमती सुनीता रावत शिक्षिका हैं त्रिवेन्द्र को दो बेटियां हैं. दोनों पढ़ाई कर रही हैं. त्रिवेंद्र पत्रकारिता से पोस्टग्रेजुएट हैं. साल 1979 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये 2002 तक आरएसएस के प्रचारक रहे. साल 2002 मे डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से प्रथम बार वह विधायक चुन कर विधानसभा पहुंचे. दूसरी बार भी वह यही से विधायक रहे .
2012 के विधान सभा चुनाव में डोईवाला सीट छोड़ उन्होंने रायपुर विधान सभा से चुनाव लड़ा लेकिन हार गये. उन्हें 2013 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी मिली. लोकसभा चुनाव के दौरान भी त्रिवेंद्र अहम भूमिका में रहे . अमित शाह के साथ मिलकर इन्होंने यूपी की जिम्मेदारी संभाली. अक्टूबर 2014 में उन्हें झारखण्ड के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गयी. पहली बार झारखण्ड में बीजेपी की पूर्ण बहुमत से सरकार बनी.
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