नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिल रही वाहवाही पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मोदी कोई भगवान नहीं हैं कि उन्हें रोका ना जा सके. मोदी को रोकने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिल रही वाहवाही पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मोदी कोई भगवान नहीं हैं कि उन्हें रोका ना जा सके. मोदी को रोकने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ खड़ी पार्टियों को एकजुट होने की जरूरत है.
आज दिग्विजय सिंह ने गोवा में भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किये जाने पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से गोवा में सरकार बनायी गयी है, वह सही नहीं है. उन्होंने यह मामला आज राज्यसभा में भी उठाया.
गौरतलब है कि गोवा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन भाजपा ने बहुमत होने का दावा किया, जिसके कारण उन्हें पहले सरकार बनाने का निमंत्रण मिला और मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपना बहुमत भी सदन में सिद्ध कर दिया. गोवा मुद्दे को लेकर आलोचना का सामना कर रहे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि चुनाव से पहले गोवा फारवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन का उनका प्रस्ताव उनकी ही पार्टी के नेताओं ने ही ‘नकार’ दिया था. दिग्विजय गोवा में पार्टी के प्रभारी हैं.
उन्होंने कहा कि गोवा फारवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन हो जाता तो कांग्रेस को राज्य में बहुमत मिलता और अब इस मामले में उन्हें ‘खलनायक’ बनाना ठीक नहीं है. सिंह ने सोशल मीडिया ट्विटर में सिलसिलेवार ट्वीट करके बताया, ‘‘रणनीति के तहत मैंने बाबुश मोनसराटेट की अगुवाई वाली क्षेत्रीय पार्टी और विजय सरदेसाई की गोवा फारवर्ड पार्टी के साथ एक धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का प्रस्ताव दिया था.’ उन्होंने कहा, ‘‘बाबुश के साथ हमारा गठबंधन हो गया और हमने पांच में से तीन सीटों पर जीत हासिल की, जबकि गोवा फारवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन को हमारे ही नेताओं ने नकार दिया.
दुखद…’ उल्लेखनीय है कि पणजी विधानसभा में कांग्रेस ने एंटासियो (बाबुश) मोनसराटेट की यूनाइटेड गोवा पार्टी के साथ गठबंधन किया था और उनके चार समर्थकों को पार्टी का टिकट दिया था. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘गोवा फारवर्ड को चार में से तीन सीटों पर जीत मिली. अगर हमने गोवा फारवर्ड के साथ गठबंधन किया होता, तो हमारे पास 22 सीटें होतीं.’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘‘फिर भी दिग्विजय दोषी हैं? मैं इसका निर्णय आप पर छोडता हूं.’