भोपाल : प्रेम के नाम पर हत्या जैसी खबरें समाज में तेजी से आते बदलाव की सूचक है. भोपाल में एक ऐसी हाईप्रोफाइल घटना सामने आयी है, जिसे सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गये हैं. फेसबुक पर हुई जान-पहचान जब प्यार में बदली तो आईआईटी इंजीनियर उदयन दास और बंगाल की युवती आकांक्षा ने […]
भोपाल : प्रेम के नाम पर हत्या जैसी खबरें समाज में तेजी से आते बदलाव की सूचक है. भोपाल में एक ऐसी हाईप्रोफाइल घटना सामने आयी है, जिसे सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गये हैं. फेसबुक पर हुई जान-पहचान जब प्यार में बदली तो आईआईटी इंजीनियर उदयन दास और बंगाल की युवती आकांक्षा ने शादी का फैसला कर लिया. वे दोनों भोपाल में लिव-इन में रहते हैं. लेकिन ऐसी खबरें भी आ रहीं हैं कि दोनों ने शादी कर ली थी.
लेकिन उदयन को आकांक्षा पर शक था, क्योंकि उसे अकसर उसके पुराने ब्वॉयफ्रेंड के फोनकॉल आते रहते थे. इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी होता था. झगड़े के कारण उदयन ने पिछले जुलाई महीने में एक दिन गला दबाकर आकांक्षा की हत्या कर दी और घर में एक चबूतरा बनाकर उसकी लाश को उसमें दफन कर दिया.
आकांक्षा बंगाल के बांकुड़ा जिले की रहने वाली हैं. उसने अपने परिजनों को यह बताया था कि उसे न्यूयार्क में नौकरी मिल गयी है और वह वहीं रह रही है, जबकि वह भोपाल में उदयन के साथ रहती थी. आकांक्षा की जब परिजनों से बात नहीं होने लगी तो उन्होंने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई. पुलिस ने उसके कॉल डिटेल के आधार पर यह पता लगाया कि उसका फोन भोपाल में इस्तेमाल हो रहा है.
पुलिस की जांच में उदयन का पता चला और जांच के दौरान जब पुलिस ने उसके साथ सख्ती की, तो उसने आकांक्षा की हत्या की बात स्वीकार कर ली. उसने पुलिस को बताया कि आकांक्षा की हत्या कर उसके शव को उसने संदूक में बंद करके कमरे में ही दफना दिया था. फिर वहां पर एक चबूतरा बना दिया था. पुलिस को आकांक्षा का शव निकालने में आठ घंटे लगे. खुद उदयन ने चबूतरे को खोदा और लाश को निकाला.