गांव से जुड़ कर संवारें कैरियर
आप अगर गांव और ग्रामीण क्षेत्रों में रहनेवाले लोगों के विकास में रुचि रखते हैं, तो रूरल डेवलपमेंट के क्षेत्र में कैरियर आप के लिए एक बेहतरीन विकल्प है. जानें इस कैरियर क्षेत्र के बारे में विस्तार से… रूरल डेवलपमेंट एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाले लोगों के लिए बुनियादी सुविधाओं के […]
आप अगर गांव और ग्रामीण क्षेत्रों में रहनेवाले लोगों के विकास में रुचि रखते हैं, तो रूरल डेवलपमेंट के क्षेत्र में कैरियर आप के लिए एक बेहतरीन विकल्प है. जानें इस कैरियर क्षेत्र के बारे में विस्तार से…
रूरल डेवलपमेंट एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाले लोगों के लिए बुनियादी सुविधाओं के विकास सहित आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक विकास का कार्य किया जाता है. यह एक ऐसी कैरियर राह है, जिसमें न सिर्फ अच्छा वेतन है, बल्कि मानसिक संतुष्टि भी है.
कौन कर सकता है यह कोर्स
रूरल डेवलपमेंट में बीए, एमए, एमबीए, पीजी डिप्लोमा, बैचलर ऑफ रूरल टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, रूरल फाइनेंस, रूरल मार्केटिंग या रूरल मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा कोर्स है़ आप चाहें तो रूरल डेवलपमेंट में एमफिल और पीएचडी भी कर सकते हैं.
यहां से कर सकते हैं पढ़ाई
इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट, जयपुर. इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट, आणंद. जेवियर इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट, भुवनेश्वर. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (एनआइआरडी), हैदराबाद.
जॉब की संभावनाएं हैं यहां
रूरल डेवलपमेंट के क्षेत्र में रुचि के रखनेवालों के लिए
गवर्नमेंट एवं प्राइवेट दोनों सेक्टर में रोजगार के व्यापक मौके हैं. रूरल डेवलपमेंट में पेशेवर योग्यता हासिल करने के बाद
ग्रामीण विकास अधिकारी (वीडीओ) के तौर पर सरकारी नौकरी का विकल्प है.
एनजीओ, रूरल को-अॉपरेटिव सेक्टर, एग्री बिजनेस एंटरप्राइजेस, एग्रो प्रोडक्ट्स की एग्रीकल्चरल मार्केटिंग एवं मैनेजमेंट के क्षेत्र में रूरल मैनेजर के तौर पर जॉब कर सकते हैं. इस क्षेत्र में उच्च हासिल कर अध्यापन भी एक बेहतरीन विकल्प है.
रूरल मैनेजमेंट में करें पीजी डिप्लोमा
संस्थान : इंस्टीट्यूट आॅफ रूरल मैनेजमेंट आणंद (आइआरएमए).
कोर्स : रूरल मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (पीजीडीआरएम 2017-19), रूरल मैनेजमेंट में फेलो प्रोग्राम (एफपीआरएम 2017).
योग्यता : पीजीडीआरएम- किसी भी विषय में ग्रेजुएशन न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों में. एफपीआरएम – किसी भी विषय में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों में पोस्टग्रेजुएशन या मेडिसिन/ वेटेनरी साइंस/ आर्किटेक्चर आदि में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों में 5 वर्षीय प्रोफेशनल डिग्री एवं एक वर्ष का कार्य अनुभव या इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर, साइंस आदि में 60 प्रतिशित अंकों में 4 वर्षीय प्रोफेशनल डिग्री एवं तीन वर्ष का कार्य अनुभव या यूजीसी जेआरएफ.
प्रवेश : कैट 2016 / एक्सएटी 2017 के स्कोर के आधार पर. विस्तृत जानकारी नोटिफिकेशन से प्राप्त कर सकते हैं.
कैसे करें आवेदन : आइआरएमए की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन करना होगा. ऑनलाइन आवेदन की हार्ड कॉपी नोटिफिकेशन के में दिये गये पते पर भेजना होगा. अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन देखें.
महत्वपूर्ण तिथियां : ऑनलाइन आवेदन 1 अक्तूबर, 2016 से कर सकेंगे. आवेदन की अंतिम तिथि 23 दिसंबर, 2016 है.
वेबसाइट : https://www.irma.ac.in/pdf/viewdocument/57c815db3988d.pdf