खुदकुशी की कोशिश करने दलित युवक ने दम तोड़ा

अहमदाबाद: दलित समुदाय के नेताओं ने अपने समुदाय के सदस्यों का आह्वान किया कि वे मृत मवेशियों को उठाने का काम छोड़ दें ताकि 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले गुजरात की भाजपा सरकार को ‘‘कडा संदेश” दिया जा सके. उन्होंने समुदाय के लोगों की प्रताडना बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने की भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2016 10:06 PM

अहमदाबाद: दलित समुदाय के नेताओं ने अपने समुदाय के सदस्यों का आह्वान किया कि वे मृत मवेशियों को उठाने का काम छोड़ दें ताकि 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले गुजरात की भाजपा सरकार को ‘‘कडा संदेश” दिया जा सके. उन्होंने समुदाय के लोगों की प्रताडना बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने की भी मांग की। इस बीच, गुजरात में लगातार जारी दलितों के प्रदर्शन के बीच उन 20 से ज्यादा नौजवानों में से एक ने आज दम तोड दिया जिन्होंने पिछले दिनों खुदकुशी की कोशिश की थी. गुजरात के दलित नेताओं ने यहां एक विशाल रैली में यह चेतावनी भी दी कि यदि दलित उत्पीडन बंद नहीं हुआ तो वे 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों में ‘‘अपनी ताकत दिखाएंगे.”

पुलिस ने कहा कि योगेश हीराभाई सोलंकी :25: को बीती रात तब राजकोट से अहमदाबाद सिविल अस्पताल लाया गया जब उसकी हालत काफी बिगड गई. अस्पताल पहुंचने के तुरंत बाद ही योगेश ने दम तोड दिया. बीते 11 जुलाई को उना में एक मृत गाय की खाल उतारने के मुद्दे पर कुछ दलित युवकों की सरेआम हुई पिटाई के विरोध में 19 जुलाई को राजकोट के धोराजी तालुका के पाराबारी गांव में योगेश ने दो अन्य युवकों के साथ खुदकुशी की कोशिश की थी. दलित प्रदर्शनकारियों की ओर से एक पुलिस थाने पर 19 जुलाई को किए गए पथराव में अमरेली शहर में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी. दलित समुदाय के लोगों पर हुए हमले के विरोध में लगातार जारी प्रदर्शनों के तहत हजारों दलितों ने आज यहां साबरमती इलाके में एक विशाल सभा की. इस रैली में दलित नेताओं ने अपने समुदाय के सदस्यों की प्रताडना बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की.

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