असम में बाढ़ से मरने वालों की तादाद 31 पहुंची, महाराष्ट्र में मकान ढहने से नौ मरे

नयी दिल्ली: असम में बाढ़ से आज और दो लोगों के मरने की रिपोर्ट आने के साथ इस राज्य में बाढ से मरने वालों की तादाद 31 पहुंच गई. वहीं महाराष्ट्र के भिवंडी में एक भवन के ढहने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि ओडिशा में पिछले दो दिनों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2016 10:21 PM

नयी दिल्ली: असम में बाढ़ से आज और दो लोगों के मरने की रिपोर्ट आने के साथ इस राज्य में बाढ से मरने वालों की तादाद 31 पहुंच गई. वहीं महाराष्ट्र के भिवंडी में एक भवन के ढहने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि ओडिशा में पिछले दो दिनों में बिजली गिरने से कम से कम 41 लोग मारे गए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, गोलाघाट जिले के बोकाखाट में दो लोगों के मरने से बाढ़ में मरने वालों की कुल संख्या 31 पहुंच गई है. राज्य के 21 जिलों में 2,266 गांवों में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जिसमें सबसे अधिक प्रभावित जिला मोरीगांव रहा. अधिकारी 463 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं जहां करीब डेढ लाख लोगों ने 18 जिलों में शरण ली है.

भिवंडी में भारी बारिश के चलते एक भवन के ढहने से नौ लोगों की मौत हो गई. मुंबई, ठाणे और पालघर में लगातार बारिश से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान मुंबई और इसके आसपास के उपनगरों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.ओडिशा में बिजली गिरने से और तीन लोगों की मौत होने से पिछले दो दिनों में बिजली गिरने से मरने वालों की संख्या 41 पहुंच गई. ओडिशा आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष ने कहा कि कल से अभी तक 10 जिलों में बिजली गिरने से 41 लोग मारे जा चुके हैं. सबसे अधिक आठ लोग भद्रक जिले में, जबकि सात लोग बालेश्वर जिले में, पांच खुरदा में, तीन मयूरभंज में और बाकी अन्य जिलों में मारे गए.मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाडी के उपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से उत्तरी व दक्षिणी ओडिशा के ज्यादातर हिस्सों में कल तेज हवा के साथ गरज के साथ छींटे पडने की संभावना है.
बिहार बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 26
बिहार में बाढ से मरने वालों की संख्या 26 रही और इस राज्य के 12 जिलों में अनुमानित 27.50 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. हालांकि किसी अन्य के मरने की खबर नहीं आई है. कई जगहों पर घाघरा, बागमती, कोशी और महानन्दा सहित प्रमुख नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. इस बाढ से 3.39 लाख हेक्टेयर जमीन पर फसलें बर्बाद हुई हैं.
बाढ की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकारें और केंद्र, प्रभावित लोगों की मदद के लिए मिलकर सभी प्रयास कर रहे हैं.जहां राष्ट्रीय राजधानी में आज थोडी बारिश हुई, पडोसी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश जारी रही और गंगा एवं शारदा सहित कई नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. जहां बहेरी में 17 सेमी बारिश हुई, वहीं पलियाकला, हमीरपुर और बरेली में क्रमश: 14 सेमी, 13 सेमी और 12 सेमी बारिश दर्ज की गई.
उत्तराखंड में रद्रप्रयाग में भूस्खलन में पांच श्रद्धालु घायल हो गए। लगातार बारिश होने से चारधाम यात्रा के मार्गों सहित कई सडकें अवरद्ध हो गईं. भूस्खलन से रिषिकेश-गंगोत्री, रिषिकेश-यमुनोत्री, रिषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई रास्ते बंद हो गए.पश्चिम बंगाल में, उत्तर में दार्जीलिंग और दक्षिण में तटीय कस्बा दिघा में मामूली बारिश हुई, जबकि राज्य के बाकी हिस्सों में मामूली या नहीं के बराबर बारिश हुई.

Next Article

Exit mobile version