उज्जैन: दलितों के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने यहां चल रहे सिंहस्थ कुंभ मेले की सफाई व्यवस्था में लगे पुरुष एवं महिला सफाईकर्मियों के साथ आज दोपहर का भोजन किया.भागवत ने आज यहां श्री गुरु कार्ष्णि आश्रम में सफाईकर्मियों के साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया. आश्रम के महंत स्वामी ओमकारनंदजी ने ‘ बताया कि आश्रम प्रबंधन द्वारा इस कार्यक्रम के लिये लगभग 1200 सफाईकर्मियों को बुलाया गया था. इस मौके पर पुरुषों को कमीज और पतलून जबकि महिलाओं को साडी और 100 रुपये नकद भेंट किये गये.
BREAKING NEWS
Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.
Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.
Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement
आरएसएस प्रमुख भागवत ने सिंहस्थ के सफाईकर्मियों के साथ किया भोजन
Advertisement

उज्जैन: दलितों के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने यहां चल रहे सिंहस्थ कुंभ मेले की सफाई व्यवस्था में लगे पुरुष एवं महिला सफाईकर्मियों के साथ आज दोपहर का भोजन किया.भागवत ने आज यहां श्री गुरु कार्ष्णि आश्रम में सफाईकर्मियों के साथ बैठकर […]

ऑडियो सुनें
भागवत ने कल यहां क्षिप्रा नदी के घाट पर कुछ आदिवासियों के साथ स्नान भी किया था. स्नान के बाद आरएसएस प्रमुख ने वनवासी कल्याण परिषद द्वारा आयोजित जनजाति सम्मेलन को संबोधित करते हुए कल कहा कि हिन्दू संस्कृति की उत्पति आदिवासी समुदाय से हुई है.
उन्होंने सम्मेलन में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ और अन्य राज्यों से आये आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधियों को कहा, ‘‘आदिवासी समुदाय जंगलों में रहता आया है और जंगलों से जुडे होने की भावना के कारण सदियों से उसकी रक्षा करता रहा है. वह जंगलों से मिलने वाला धन धान्य देश को देता है, जो सबके उपयोग में आता है.’ उन्होंने कहा, ‘‘अपनेपन की सोच और आपसी आदान-प्रदान हिन्दू धर्म का सिद्घांत है.’ भागवत ने कहा कि अब समय आ गया है कि आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधियों को अपने समाज लिये खडा होना पडेगा और अपने अधिकारों के लिये आवाज उठानी होगी. उन्होंने सम्मेलन में अंग्रेजी में कहा, ‘दोज हू हेल्प देमसेल्फ, गॉड विल हेल्प देम’ :जो अपनी मदद स्वयं करता है, भगवान उसकी मदद करते हैं:.’
भागवत के आदिवासियों से मिलने-जुलने को आदिवासियों को आकर्षित करने के प्रयास के तौर पर माना जा रहा है.दो दिन पहले, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यहां कुंभ मेले में क्षिप्रा नदी में दलित साधुओं सहित अन्य साधुओं के साथ समरसता स्नान और समरसता भोज किया था.संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा पिछले साल बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान आरक्षण नीति की समीक्षा की जरुरत का मुद्दा उठाकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को कथित तौर पर नाराज कर दिया था. माना जा रहा है भागवत का यह बयान भाजपा पर उल्टा पडा था और इस वजह से बिहार के जाति आधारित विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी पराजय का सामना करना पडा. बिहार चुनावों में हार के बाद कई भाजपा नेताओं ने भागवत के इस बयान की और उंगुली उठाई थी.
आरएसएस द्वारा आदिवासियों और दलित वर्ग को आकर्षित करने के लिये इस वर्ष सामाजिक समरसता नामक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है. मध्यप्रदेश में संघ तीन जनवरी से 10 जनवरी के बीच अपनी शाखाओं में पहले ही सामाजिक समरसता विषय पर विचार विमर्श कर चुका है. संघ के एक नेता ने बताया कि सामाजिक समरसता योजना के साथ हम दलित और आदिवासी वर्ग के लोगों के साथ भोजन और एक साथ इकठ्ठे होने का कार्यक्रम पहले ही शुरू कर चुके हैं.
ट्रेंडिंग टॉपिक्स
संबंधित ख़बरें
Trending News
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Word Of The Day
Sample word
Sample pronunciation
Sample definition