श्रीनगर :श्रीनगर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को पम्पोर में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया जिसमें दो जवान घटनास्थल पर ही शहीद हो गये जबकि इसमें एक नागरिक की भी मृत्यु हो गयी. रविवार को भी जारी इस मुठभेड़ में दो और जवान शहीद हो गए जबकि घायल सेना के कैप्टन ने आज अस्पताल में अंतिम सांस ली. सेना के कैप्टन का नाम पवन कुमार बताया जा रहा है जो कल हमले के बाद घायल हो गए थे.
उद्यमिता विकास संस्थान :ईडीआई: के उस बहुमंजिले भवन में दोपहर में आग लग गयी जहां सेना और भारी हथियारों से लैस आतंकियों के बीच आज दूसरे दिन रात तक मुठभेड़ जारी थी. तीन से चार आतंकियों के होने की आशंका है.
दिन में आतंकियों ने गोलीबारी की और सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड फेंके जिन्होंने इमारत की चारों तरफ से घेराबंदी कर रखी है. अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में सेना के कैप्टन पवन कुमार, कैप्टन तुषार महाजन और जवान ओम प्रकाश शहीद हो गये. ये सभी एलिट पैरा कमांडो टुकड़ी से जुड़े थे. सेना शाम तक एक आतंकी को मार गिराने में कामयाब रही.
मुठभेड़ के संबंध में सेना के पीआरओ भावेश कुमार ने कहा कि पंपोर में जारी मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 11 जवान घायल हुए हैं और आज दो जवान शहीद हो गए हैं, इलाके में 2-4 आतंकियों के होने की आशंका है. सभी घायल सीआरपीएफ जवानों की हालत स्थिर है, आतंकी सिर्फ ईडीआई की एक मुख्य इमारत में छिपे हुए हैं. हमारी जानकारी के अनुसार इमारत में कोई भी आम नागरिक नहीं है और मुठभेड़ जारी है.
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने ‘इंटरप्रेन्योरशिप डवलपमेंट इन्स्टीट्यूट’ (ईडीआई) की इमारत में प्रवेश करने की कोशिश की तो वहां छिपे उग्रवादियों ने गोली चलाई जिससे कैप्टन पवन कुमार घायल हो गये. उन्होंने कहा कि घायल अधिकारी की बाद में मृत्यु हो गई.
अबतक इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 4 जबकि सेना के एक जवान के शहीद होने की खबर है. हमला करने के बाद आतंकी नजदीक के ही इमारत में घुसे गए है जिनके साथ सेना का मुठभेड़ आज सुबह से जारी है. अंधेरा होने के कारण देर रात आतंकियों के खिलाफ अभियान रोक दिया गया. रविवार सुबह आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन फिर शुरू कर दिया गया है.
कल हुए इस हमले में नौ अन्य लोग घायल भी हुए हैं जिन्हें ईलाज के लिए जम्मू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शनिवार को काफिले को निशाना बनाने के बाद उग्रवादी समीप की एक सरकारी इमारत में घुस गए जिसके बाद स्थिति और खराब हो गयी. सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस पम्पोर इलाके में उद्यमशीलता विकास संस्थान (ईडीआई) की इमारत के भीतर फंसे लोगों को निकालने में कामयाब रही जिसके चलते उग्रवादियों द्वारा लोगों को बंधक बनाए जाने की स्थित उत्पन्न होने से बच गयी.
जम्मू कश्मीर पुलिस महानिदेशक के राजेन्द्र ने बताया, ‘‘ हम लोगों को इमारत से निकालने में कामयाब रहे हैं.’ इमारत से निकाले गए एक व्यक्ति ने दावा किया कि उग्रवादियों ने उनसे चले जाने को कहा क्योंकि वे किसी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे. मुठभेड स्थल से मात्र दस किलोमीटर की दूरी पर पर्सनैल आफ दी आर्मी की 15वीं कोर का मुख्यालय स्थित है और वहां के सैन्यकर्मी स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ को सहायता करने के लिए मुठभेड स्थल की ओर दौडे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उग्रवादियों की संख्या तीन से पांच के बीच है.
ईडीआई की इमारत में प्रवेश करने से पूर्व उग्रवादियों ने श्रीनगर जम्मू रोड पर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दो अर्द्धसैनिक और एक नागरिक मुठभेड में मारे गये. यह व्यक्ति मुठभेड में घायल हुआ था जिसने बाद में दम तोड दिया. मुठभेड स्थल पर रुक रुक कर गोलीबारी हो रही है तथा सुरक्षाकर्मियों ने इलाके की ठीक से घेरेबंदी और प्रकाश व्यवस्था की है ताकि उग्रवादी वहां से निकल भागने में सफल नहीं हो सकें.