नयी दिल्ली : गुरदासपुर के पूर्व एसपी सलविंदर सिंह से एनआईए एक बार फिर पूछताछ कर रही है. सूत्रों की मानें तो एनआईए सलविंदर का पॉलीग्राफ टेस्ट भी करा सकती है. इससे पहले एनआईए उन्हें उन जगहों पर भी ले गयी थी, जहां से आतंकियों ने सलविंदर को बंधक बनाया था. एनआईए ने सलविंदर से लगभग 8 घंटे तक पूछताछ की थी. जांच कर रहे अधिकारियों को उनके बयान में विरोधाभास नजर आया इसके बाद सलविंदर शक के घेरे में आ गये.
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एक बार फिर एनआईए कर रही है सलविंदर से पूछताछ किया जा सकता है पॉलीग्राफ टेस्ट
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नयी दिल्ली : गुरदासपुर के पूर्व एसपी सलविंदर सिंह से एनआईए एक बार फिर पूछताछ कर रही है. सूत्रों की मानें तो एनआईए सलविंदर का पॉलीग्राफ टेस्ट भी करा सकती है. इससे पहले एनआईए उन्हें उन जगहों पर भी ले गयी थी, जहां से आतंकियों ने सलविंदर को बंधक बनाया था. एनआईए ने सलविंदर से […]
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जांच एजेंसी ने उनके मित्र और रसोइये से भी पूछताछ की है. उनके ऊपर उठ रहे सवालों पर सलविंदर ने कहा था मैं पीड़ित हूं उन्होंने मीडिया से बात करते हुए घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया था कि कैसे वो मजार पर मत्था टेक वापस आ रहे थे तब आतंकियों ने उन पर हमला किया. वे 4 से 5 की संख्या में थे और सलविंदर अकेले.
उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि आतंकियों ने मेरी गाड़ी छीन ली और जान से मारने की धमकी भी दी. आतंकियों ने पहले तो मुझे छोड़ दिया लेकिन बाद में जब उनको मेरे बारे में जानकारी मिली तो वापस वे मुझे मारने आए थे. उन्होंने बताया कि आतंकियों ने मेरी कार पर लगी नीली बत्ती नहीं देखी क्योंकि वह काम नहीं कर रहा था. एसपी ने कहा कि आतंकियों ने मेरा गला दबाया और मुझे गाड़ी के बाहर फेंक दिया. मुझे पहले लगा की शायद वे मेरा कत्ल कर देंगे.
उन्होंने बताया कि वे अपने कुक और दोस्त राजेश वर्मा के साथ मजार पर मत्था टेक कर लौट रहे थे. रास्ते में आतंकियों ने उनके वाहन का अपहरण कर लिया. बंदूक के बल पर उन्होंने सभी की आंखें बांध दी थी. करीब 45 मिनट आतंकी उन्हें गाड़ी में लेकर घूमते रहे. इसके बाद उन्हें सूनसान जगह पर फेंक दिया. एसपी की मानें तो धार्मिक स्थल पर थे ऐसे में उन्होंने जानबूझ कर अपने सुरक्षाकर्मियों को छोड़ दिया था. उन्होंने बताया कि आतंकी जीपीआरएस के जरिए रास्ता देख रहे थे.
साथ ही उन्हीं के मोबाइल से आतंकियों ने पाकिस्तान में भी कॉल किया. सलविंदर के अनुसार आतंकी कम उम्र के थे और उर्दू के साथ पंजाबी में बात कर रहे थे. जांच एजेंसियां सलविंदर की इस कहानी पर विश्वास नहीं कर रही इसलिए उनसे बार-बार पूछताछ की जा रही है. दूसरी तरफ सलविंदर ने भी जांच एजेंसियों को पूछताछ में सहयोग करने और सच सामने लाने की कोशिश में साथ देने की बात कही है. जांच एजेंसियां अब पॉलीग्राफ टेस्ट करके सच और झूठ का पता लगा सकती है ताकि यह साफ हो सके कि सलविंदर सच बोल रहे हैं या झूठ.
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