श्रीनगर : वैश्विक आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट के समर्थकों से इंटरनेट पर संपर्क में आने वाले कुछ युवाओं से सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले माह पूछताछ की थी. यह पूछताछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर दौरे से पहले की गई थी. एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि युवाओं को चेतावनी देकर और आईएस के खतरों के बारे में सलाह देकर रिहा करते हुए उनके माता-पिता के हवाले कर दिया गया था. अधिकारी ने पहचान उजागर न करने के अनुरोध के साथ कहा कि कश्मीरी युवाओं ने आईएस में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है लेकिन ऐसी कुछ घटनाएं जरुर हुई हैं कि इनमें से कुछ युवा सोशल नेटवर्किंग साइटों की मदद से आईएस के समर्थकों के संपर्क में आए.
सुरक्षा अधिकारी ने कहा, ‘‘हां, ये लोग इंटरनेट पर :आईएस के साथ: संपर्क में हैं. कुछ को प्रधानमंत्री के (सात नवंबर के) दौरे से पहले घेर लिया गया था. यह उस दौरान हुआ था.” उन्होंने कहा, ‘‘जिन युवाओं को हिरासत में लिया गया, उनसे पुलिस ने पूछताछ की। कुछ तो था. उन्हें चेतावनी दी गई, सलाह दी गई और फिर उन्हें उनके माता-पिता के हवाले कर दिया गया। ये वे युवा लडके थे, जो इंटरनेट पर (आईएस संपर्कों) तक पहुंच बना रहे थे.