अहमदाबाद : गुजरात पुलिस पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल की वॉयस स्पेक्ट्रोग्राफी जांच कराएगी. हार्दिक के साथ-साथ उनके पांच सहयोगी देशद्रोह और गुजरात सरकार के खिलाफ जंग छेडने के आरोपों का सामना कर रहे हैं. इसी से जुडे एक घटनाक्रम में अपराध शाखा के अधिकारियों ने कल देर रात हार्दिक के तीन सहयोगियों […]
अहमदाबाद : गुजरात पुलिस पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल की वॉयस स्पेक्ट्रोग्राफी जांच कराएगी. हार्दिक के साथ-साथ उनके पांच सहयोगी देशद्रोह और गुजरात सरकार के खिलाफ जंग छेडने के आरोपों का सामना कर रहे हैं. इसी से जुडे एक घटनाक्रम में अपराध शाखा के अधिकारियों ने कल देर रात हार्दिक के तीन सहयोगियों के घरों पर छापेमारी की और देशद्रोह के मुकदमे के सिलसिले में ‘‘ठोस सबूत” बरामद करने का दावा किया.
एक-दो दिनों में कराई जाने वाली वॉयस स्पेक्ट्रोग्राफी जांच इसलिए जरुरी बताई जा रही है ताकि अहमदाबाद अपराध शाखा के इस दावे की पड़ताल की जा सके कि हार्दिक के फोन रिकॉर्ड से खुलासा हुआ कि वह सरकार के खिलाफ जंग छेड़ने की योजना बना रहा था. अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के एन पटेल ने बताया, ‘‘हम गांधीनगर की फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में कल या परसों हार्दिक पटेल की वॉयस स्पेक्ट्रोग्राफी जांच कराएंगे.”
अपराध शाखा ने कल देर रात हार्दिक के तीन सहयोगियों – चिराग पटेल, केतन पटेल और दिनेश पटेल – के यहां छापेमारी की. ये तीनों ही पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के सदस्य हैं. पुलिस ने दावा किया कि मुकदमे के सिलसिले में ‘‘ठोस सबूत” बरामद किए गए हैं.
पटेल ने कहा, ‘‘छापेमारी के दौरान हमें दो पेन ड्राइव, एक हार्ड डिस्क और एक लैपटॉप मिला. इन चीजों को जांच के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा.” इस बीच, देशद्रोह के दो मामलों का सामना कर रहे हार्दिक को शहर की एक अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उसकी पुलिस हिरासत और सात दिन के लिए बढ़ा दी.