नयी दिल्ली/ पटना : जनता दल यूनाइटेड के नेता केसी त्यागी के उस दावे पर राजनीति गरमा गयी है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई. इस पूरे विवाद पर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद एमजे अकबर ने कहा, दोनों के बीच कभी मुलाकात नहीं हुई. यह बिल्कुल गलत खबर है जिस अखबार ने भी यह खबर छापा है हम उन पर भी केस करेंगे. दुर्भाग्य से कुछ मीडिया संस्थान विरोधी पार्टियों से मिले हैं और पीत पत्रकारिता कर रहे हैं.
के सी त्यागी ने आरोप लगाया था कि असदुद्दीन ओवैसी और प्रधानमंत्री की सीक्रेट मुलाकात हुई थी. त्यागी ने पूछा था कि यह मुलाकात किसलिए थी इसलिए की अल्पसंख्यकों को कैसे आगे बढ़ाया जाए या इसलिए की महागंठबंधन को कैसे हराया जाए. ओवैसी को सीमांचल के क्षेत्रों में भाजपा की मदद के लिए भेजा गया है. ओवैसी भाजपा की मदद करना चाहते हैं उनका उद्देश्य है कि मुसलमानों के वोटों को बांट दिया जाए जिससे भाजपा को फायदा मिले. हालांकि त्यागी ने यह भी साफ कर दिया किइससे उन्हें कोई खास नुकसान नहीं पहुंचने वाला .
गौरतलब है कि इससे पहले राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने ओवैसी को महागंठबंधन में आने की वकालत की थी. हालांकि कुछ ही देर के बाद लालू ने ट्वीट करके ओवैसी को महागंठबंधन में आने की खबरों को विराम दे दिया. इसके बाद ओवैसी ने भी नाराजगी जताते हुए साफ कर दिया था कि हम किसीगंठबंधनमें शामिल नहीं होंगे, हम अकेले चुनाव लड़ेंगे हमें किसी के मदद की जरूरत नहीं. उन्होंने लालू की टिप्पणी पर नाराजगी भी जतायी और कहा कि कोई भी टिप्पणी से पहले वो सोच लें इस तरह की टिप्पणी पर हम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं.