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ललित मोदी की मदद करने को लेकर विवादों में सुषमा स्वराज, विपक्ष ने मांगा इस्‍तीफा

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नयी दिल्ली : घोटाले के दागी पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी को ब्रिटिश यात्रा दस्तावेज प्राप्त करने में मदद करने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज एक बडे विवाद में घिर गयीं लेकिन उन्हें सरकार और भाजपा का तगडा समर्थन मिला जिसने कथित अनुचित कार्य के लिए उनके त्यागपत्र की विपक्ष की मांग को […]

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नयी दिल्ली : घोटाले के दागी पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी को ब्रिटिश यात्रा दस्तावेज प्राप्त करने में मदद करने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज एक बडे विवाद में घिर गयीं लेकिन उन्हें सरकार और भाजपा का तगडा समर्थन मिला जिसने कथित अनुचित कार्य के लिए उनके त्यागपत्र की विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया.

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विवाद उन ईमेल के खुलासे से उत्पन्न हुआ जिससे यह पता चला है कि सुषमा ने भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज और यहां ब्रिटेन के उच्चायुक्त जेम्स बीवन से बात करके ललित मोदी को पिछले वर्ष जून में कथित तौर पर उनकी पत्नी के कैंसर इलाज के लिए पुर्तगाल जाने के लिए यात्रा दस्तावेज प्रदान किये जाने का पक्ष लिया.

ललित मोदी भारत में वांछित हैं और उन्होंने 2010 से लंदन को अपना घर बना लिया है ताकि वह 2009 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए टी..20 क्रिकेट टूर्नामेंट में कथित विदेशी मुद्रा विनियमन उल्लंघन की जांच से बच सकें. पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने उनका पासपोर्ट निरस्त कर दिया था और उनके प्रत्यर्पण के लिए दबाव बनाया था.

ब्रिटिश मीडिया ने लीक ईमेल का उल्लेख किया और कहा कि वाज ने ललित मोदी को ब्रिटिश यात्रा दस्तावेज के वास्ते ब्रिटेन के शीर्ष आव्रजन अधिकारी पर दबाव डालने के लिए सुषमा के नाम का उल्लेख किया. इसके बाद ललित मोदी को 24 घंटे से कम समय में यात्रा दस्तावेज प्राप्त हो गए. खबर में यह भी कहा गया है कि वाज ने सुषमा के भतीजे ज्योतिर्मय कौशल को ब्रिटिश विधि डिग्री कोर्स के लिए आवेदन करने में मदद की भी पेशकश की.

खबरें सामने आने के बाद 63 वर्षीय सुषमा ने श्रृंखलाबद्ध ट्वीट में कहा कि उन्होंने मानवीय रुख अपनाया और ब्रिटिश उच्चायुक्त से कहा कि उन्हें ललित मोदी के अनुरोध पर अपने देश के नियमों के अनुरुप गौर करना चाहिए और यदि ब्रिटिश सरकार ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज देने का निर्णय करती है तो इससे हमारे द्विपक्षीय संबंध खराब नहीं होंगे.

विपक्ष के हमले झेल रही सुषमा ने कहा, मैंने ललित मोदी को क्या लाभ पहुंचाया…यह कि वह कैंसर से पीडित अपनी पत्नी की सर्जरी के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर सके?…वह लंदन में थे. वह अपनी पत्नी की सर्जरी के बाद वापस लंदन लौट आये. वह क्या था जो मैंने बदल दिया.? सुषमा ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर बात की और उन्हें अपनी स्थिति समझायी.

विपक्षी पार्टियों ने यह आरोप लगाते हुए सुषमा से त्यागपत्र की मांग की कि कानून के एक भगोडे की मदद करके उन्होंने एक गंभीर अनुचित कार्य किया है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की भूमिका पर भी सवाल उठाया कि क्या सुषमा के कदम को प्रधानमंत्री की मौन सहमति प्राप्त थी.

कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री की भूमिका संदेह के घेरे में है. कांग्रेस ने उनसे 11 सवाल दागे जिसमें यह भी शामिल है कि उनके द्वारा किये गए पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के वादे का क्या हुआ. यद्यपि सरकार, भाजपा के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी सुषमा के कदम को मजबूती से उचित ठहराया और उनके त्यागपत्र की मांगों को खारिज कर दिया. गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जोर देकर कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और केवल मानवीय आधार पर कार्य किया. सरकार की ओर से समर्थन तब व्यक्त किया गया जब गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की.

* विपक्ष ने मांगा इस्‍तीफा

विपक्षी दलों ने आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर जम कर निशाना साधा और आईपीएल के पूर्व प्रमुख भगोडे ललित मोदी को मदद करने को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की लेकिन सुषमा को सरकार, भाजपा और आरएसएस से मजबूत समर्थन मिला.

कांग्रेस ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ हमले का नेतृत्व किया और उनके इस्तीफे की मांग की. साथ ही इस विवाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी घसीटा और आश्चर्य जताया कि क्या पूर्व आईपीएल आयुक्त को उनकी मदद को प्रधानमंत्री की पूर्व अनुमित प्राप्त थी. पार्टी ने जानना चाहा कि भ्रष्टाचार और काले धन पर उनके वादों का क्या होगा जब उनकी सरकार ऐसे व्यक्ति की मदद कर रही है जो 700 करोड़ रुपये के धन शोधन के मामले में अभियुक्त है.

* कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस्‍तीफा मांगा

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाता सम्मेलन में सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा, लोग पूछ रहे हैं कि क्या (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी (ललित) मोदी की मदद कर रहे हैं. सुरजेवाला ने सुषमा के उस बचाव को भी ठुकरा दिया कि उन्होंने मानवीयता के आधार पर ललित मोदी की मदद की थी. उन्होंने एक दूसरे को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व आईपीएल प्रमुख ने उनके पति स्वराज कौशल को उनके भतीजे की 2013 में ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय में प्रवेश दिलाने में मदद की थी और उसकी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा नेताओं से निकटता है.

* दिग्विजय,सलमान खुशी और खड़गे ने सुषमा पर हमला बोला

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सुषमा पर हमला बोला और उनके इस्तीफे की मांग की और साथ ही प्रधानमंत्री से स्थिति को स्पष्ट करने को कहा.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, मैं यह उम्मीद नहीं करता कि सुषमा स्वराज जी यात्रा दस्तावेज हासिल करने में ललित मोदी को मदद करेंगी ,जिसके खिलाफ सरकार ने लुक-आउट नोटिस जारी किया हुआ था…..मैं सुषमा स्वराज जी से अपील करता हूं कि वह नैतिक आधार पर तत्काल इस्तीफा दें. दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह उनकी सहमति से किया गया था या नहीं.

* भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने मामले को गंभीर बताया, पीएम से जवाब मांगा

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता डी राजा ने कहा कि मामला गंभीर है क्योंकि सुषमा स्वराज ने ललित मोदी को मदद करना स्वीकार किया है जो आर्थिक अपराध के सिलसिले में देश में वांछित हैं और भारत आने से बच रहा है. उन्होंने कहा कि सुषमा ने जो अनुचित व्यवहार किया है उस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश को जवाब देना होगा. राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए कि क्या यह उस सुशासन का हिस्सा है जिसका उन्होंने वादा किया था.

* जदयू ने सुषमा की निंदा की

जनता दल यू के नेता के सी त्यागी ने सुषमा स्वाराज की कार्रवाई की निंदा की.

* ‘आप’ ने पीएम से सुषमा को बर्खास्‍त करने की मांग की

आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा कि सुषमा स्वराज के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है और अगर वह ऐसा नहीं करती तो प्रधानमंत्री को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए.

* सुषमा के साथ समाजवादी पार्टी

सुषमा को हालांकि आश्चर्यजनक ढंग से समाजवादी पार्टी से पूरा समर्थन मिला, जिसने कहा कि ललित मोदी को उनकी मदद बिल्कुल सही है क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों को जरुरतमंद लोगों के अनुरोधों को समायोजित करना होता है.

* सुषमा के साथ सरकार

उधर सरकार और भाजपा की ओर से भी सुषमा का जमकर बचाव किया गया और उसने उनके इस्तीफे की विपक्ष की मांग को सिरे से ठुकरा दिया. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और बाद में कहा, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि उन्होंने जो कुछ भी किया वह सही है. हम इसे उचित ठहराते हैं और सरकार पूरी तरह से उनके साथ खडी है.

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी सुषमा का मजबूती के साथ बचाव करते हुए कहा कि विदेश मंत्री ने मानवीय ढंग से काम किया और इसमें कोई बड़ा नैतिक मुद्दा शामिल नहीं था. इस मुद्दे पर उठे बवाल को खारिज करते हुए शाह ने कहा कि राजनीतिक लाभ उठाने के प्रयास का कोई परिणाम नहीं मिलेगा.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी सुषमा के बचाव में उतरी. संगठन के एक प्रमुख पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि सुषमा स्वराज देशभक्ति और राष्ट्रवाद से भरी हैं और उन्होंने कभी इन दो चीजों पर समझौता नहीं किया है.

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