नयी दिल्ली : सुनंदा पुष्कर की जांच में मदद पहुंचाने के लिए वेब ब्राउजर गूगल और याहू ने पुष्कर की मौत से पहले उनके द्वारा इस्तेमाल किये गये सभी आईपी एड्रेस दिल्ली पुलिस को सौंप दी है. सुनंदा का शव 17 जनवरी को दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में संदिग्ध अवस्था में पाया गया […]
नयी दिल्ली : सुनंदा पुष्कर की जांच में मदद पहुंचाने के लिए वेब ब्राउजर गूगल और याहू ने पुष्कर की मौत से पहले उनके द्वारा इस्तेमाल किये गये सभी आईपी एड्रेस दिल्ली पुलिस को सौंप दी है. सुनंदा का शव 17 जनवरी को दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में संदिग्ध अवस्था में पाया गया था.
बाद में फोरेंसिक जांच के बाद उनकी मौत जहर से होने की पुष्टि हुई थी, और उनके हाथों में इंजेक्शन के ताजे निशान भी मिले थे. पुलिस ने सुनंदा के मौत की जांच करते हुए उनके सोशल साइट्स के बारे में जानकारी एकत्र की. जानकारी के अनुसार सुनंदा के पास गूगल और याहू में एक-एक अकाउंट थे.
इसके अलावे याहू मेल में एक, जी मेल में एक, ट्विटर पर दो और फेसबुक पर दो अकाउंट पाये गये हैं. पुलिस को संदेह है कि कहीं उनके अकाउंट के साथ कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गयी है. इसके लिए पुलिस ने गूगल और याहू से सुनंदा द्वारा इस्तेमाल किये गये वेबसाइटों का आईपी एड्रेस मांगा था. जिसे दोनों की ब्राउजरों ने पुलिस को उपलब्ध करा दिया है.
गौरतलब है कि सुनंदा की मौत को एक लंबी बीमारी का नाम यिा जा रहा था. उनके पति राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पुलिस को प्ररंभिक जांच के समय बताया था कि उनकी पत्नी को कई गंभीर बीमारियां थी और जिस वक्त उनकी मौत होटल में हुई थी उस वक्त वे कांग्रेस की एक अहम बैठक में शामिल थे.
बाद में फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट में जब इस बात का खुलासा हुआ कि सुनंदा की मौत का कारण जहर था, तब से पुलिस ने इस मामले की जांच हत्या के रूप में शुरू कर दी है. जांच के दौरान सुनंदा के पास से बरामद एप्पल मैकबुक की फोरेंसिक जांच होगी. इसके साथ ही शशि थरूर और पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के बीच हुई बातचीत की भी जांच की जायेगी.
मौत से पूर्व सुनंदा ने सोशल साइट्स के माध्यम से जिन-जिन लोगों से बात की है, उनसे भी पूछताछ होगी.