25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

चाय वाला पीएम के बाद तमिलनाडु में चाय वाला सीएम

Advertisement

चेन्नई : तमिलनाडु के नये मुख्यमंत्री के रूप में ओ पन्नीरसेल्वम ने आज शपथ ली. अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता की इच्छा के अनुरूप रविवार को पार्टी विधायकों ने बैठक कर उन्हें अपना नेता चुना था. वे राज्य में जयललिता की जगह लेंगे. वे राज्य कैबिनेट में अबतक मंत्री थे. वे पूर्व में 2001 में भी […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

चेन्नई : तमिलनाडु के नये मुख्यमंत्री के रूप में ओ पन्नीरसेल्वम ने आज शपथ ली. अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता की इच्छा के अनुरूप रविवार को पार्टी विधायकों ने बैठक कर उन्हें अपना नेता चुना था. वे राज्य में जयललिता की जगह लेंगे. वे राज्य कैबिनेट में अबतक मंत्री थे. वे पूर्व में 2001 में भी ऐसी ही परिस्थितियों में राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. उस समय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जयललिता को मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा था.
किसान परिवार से आने वाले पन्नीरसेल्वम पहले चाय की दुकान चलाते थे. उनकी चाय की दुकान अब भी परिवार के लोग चलाते हैं. ओपीएस के नाम से मशहूर पन्नीरसेल्वम बोडिनायकन्नूर विधानसभा सीट से विधायक हैं. 12वीं तक की कक्षा तक उन्होंने शिक्षा पायी और स्नातक की पढ़ाई उन्हें बीच में ही छोड़नी पड़ी.
वे पहले पेरियाकुलम नगर निगम के अध्यक्ष थे. 2001 में पहली बार वे विधायक चुने गये और जयललिता सरकार में लोक निर्माण मंत्री बने. थेवार समुदाय से आने वाले इस नेता को पार्टी प्रमुख जयललिता का काफी करीबी माना जाता है. 2006 में अन्नाद्रमुक की हार के बाद वे राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के भी पद पर रहे थे. 23 सदस्यीय राज्य विधानसभा में उनकी पार्टी के पास फिलहाल 150 विधायक हैं और सरकार को कोई खतरा नहीं है. ध्यान रहे कि जयललिता की पार्टी लोकसभा में अभी भाजपा, कांग्रेस के बाद 37 सांसदों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें