15.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 05:58 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

शिवसेना की नयी पेशकश से बच सकता है गंठबंधन

Advertisement

नयी दिल्ली : भाजपा-शिवसेना का गठजोड़ बच सकता है. सूत्रों ने कहा है कि शिवसेना भाजपा को 126 सीटें देने को राजी हो गयी है. भाजपा पहले शिवसेना से 135 सीटें मांग रही थी, हालांकि बाद में वह 130 सीटों मिलने पर गंठबंधन के लिए मान जाने को राजी हो गयी थी. इससे इस बात […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : भाजपा-शिवसेना का गठजोड़ बच सकता है. सूत्रों ने कहा है कि शिवसेना भाजपा को 126 सीटें देने को राजी हो गयी है. भाजपा पहले शिवसेना से 135 सीटें मांग रही थी, हालांकि बाद में वह 130 सीटों मिलने पर गंठबंधन के लिए मान जाने को राजी हो गयी थी. इससे इस बात का संकेत मिला रहा है कि ढाई दशक पुराना गंठजोड़ बचाने के लिए शायद अब दोनों दलों के बीच बात बन जाये.
शिवसेना खुद 150 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. शेष 14 सीटें वह अपने चार छोटे सहयोगियों को देना चाहती है. पहले छोटे सहयोगियों को 18 सीटें देने की बात थी. इस बीच खबरप्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं से फोन पर बात की है और उन्हें 126सीटकी पेशकश कर दी है. हालांकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज सुबह उद्धव से बातचीत में उन्हें कहा कि वे उन 59 सीटों पर विचार करें, जिस पर उनकी पार्टी कभी जीत नहीं सकी है. वहीं, भाजपा यह भी चाहती है कि जिन 19 सीटों पर वह कभी नहीं जीती है, उससे इस बार शिवसेना लड़े.
उल्लेखनीय है कि पूर्व में शिवसेना प्रमुख भाजपा को 119 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए दबाव बना रहे थे. दोनों दलों के बीच सीटों को लेकर विवाद का मूल कारण मुख्यमंत्री पद पर कब्जा करना है. जिसके पास ज्यादा विधायक होंगे, स्वाभाविक रूप से मुख्यमंत्री पद के लिए वह दावेदार होगा. हालांकि लोकसभा चुनाव परिणाम व चुनावी सर्वे से उत्साहित भाजपा को यह आत्मविश्वास है कि वह अगर शिवसेना से दस-बारह सीटें कम भी लड़ेगी तो शिवसेना से अधिक सीटें जीत सकती है. हालांकि चुनाव लड़ी जाने वाली सीटों में दोनों पार्टियों के बीच 24 सीटों का अंतर रहने पर शिवसेना की राह मुख्यमंत्री पद के लिए आसान हो सकती है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें