नयी दिल्ली: कल लोकसभा में एक सांसद द्वारा महिलाओं के कपडों पर कथित तौर पर की गई टिप्पणी को लेकर आज राज्यसभा सदस्यों ने कडी आपत्ति जताई और उस सांसद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की है. संसद में हंगामे की वजह से सदन की बैठक को प्रश्नकाल में 15 मिनट के लिए स्थगित करना पडा.
बैठक शुरु होते ही ‘भारत छोडो आंदोलन’ के 72 साल पूरे होने पर देश की आजादी के संघर्ष के दौरान अपने प्राण गंवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके तुरंत बाद कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने कहा कि वह कल दूसरे सदन में एक सांसद द्वारा की गई टिप्पणी पर विरोध जताती हैं. उन्होंने कहा कि वह टिप्पणी उस सांसद की मानसिकता जाहिर करती है. विप्लव ने सांसद के खिलाफ कडी कार्रवाई किए जाने की मांग की.
कांग्रेस की अंबिका सोनी ने कहा कि देश भर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले बढ रहे हैं.उन्होंने कहा कि जब राजनीतिक दलों के नेता और सांसद भी महिलाओं के खिलाफ इस तरह की टिप्पणियां करेंगे तो दूसरों पर क्या असर पडेगा.अन्य सदस्यों ने विप्लव और अंबिका की बात से सहमति जताई और सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
इसी बीच बीजद सदस्यों ने ओडिशा में बाढ का मुद्दा उठाया और जानना चाहा कि केंद्र इस सिलसिले में क्या कर रहा है.संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर सदस्य नोटिस दें और सभापति उसे स्वीकार कर लें तो सरकार को चर्चा करने में कोई दिक्कत नहीं है.
नायडू ने सभापति हामिद अंसारी से पूछा कि क्या उन्होंने प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस स्वीकार कर लिया है. अंसारी ने नकारात्मक जवाब दिया.अंसारी ने बीजद सदस्यों से कहा कि कल देश के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक आपदा पर हुई चर्चा में वह यह बात कह चुके हैं.
इस दौरान महिलाओं के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा जिसके कारण सभापति ने बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी.बैठक पुन: शुरु होने पर सदन में प्रश्नकाल सामान्य रुप से चला.