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नरेंद्र ”भाई” के लिए 1000 राखियां भेजेंगी वाराणसी की विधवा बहनें

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वाराणसी: वाराणसी की सीट से जीत दर्ज करा के प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुचने वाले नरेंद्रभाई मोदी का भाई-बहन का रिश्‍ता वाराणसी शहर से जुडने वाला है. खबर है कि वाराणसी की सैकडों वृद्ध विधवाओं ने नरेंद्र मोदी के लिएइसरक्षा बंधन पर खास तैयारी की है. सभी महिलाओं ने प्रधानमंत्री को इस अवसर पर 1000 […]

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वाराणसी: वाराणसी की सीट से जीत दर्ज करा के प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुचने वाले नरेंद्रभाई मोदी का भाई-बहन का रिश्‍ता वाराणसी शहर से जुडने वाला है. खबर है कि वाराणसी की सैकडों वृद्ध विधवाओं ने नरेंद्र मोदी के लिएइसरक्षा बंधन पर खास तैयारी की है. सभी महिलाओं ने प्रधानमंत्री को इस अवसर पर 1000 राखियों के साथ मिठाइयां भेजने की योजना बनाई है.

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यह इन महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में लाने का हिस्सा है जो लंबे समय से समाज से कटी हुई हैं और उन्हें त्योहारों और समारोहों से दूर रखा गया है.

इन महिलाओं का एक समूह यहां स्थित बिडला और दुर्गाकुंड आश्रमों में भाई और बहन के संबंध के प्रतीक इस त्योहार के लिए रंगबिरंगी राखियां बनाने में व्यस्त हैं. इन महिलाओं में अधिकतर की आयु 80 वर्ष के करीब है.

बिडला आश्रम में एक ऐसी ही महिला ने कहा, ‘हमने अपने भाई, हमारे प्रधानमंत्री को एक हजार राखियां भेजने का लक्ष्य रखा है’.सामाजिक कार्यकर्ता बिंदेश्वरी पाठक का मानना है कि ऐसी पहल से ना केवल ऐसी महिलाओं के जीवन में खुशी आएगी बल्कि इससे सामाजिक नजरिये में भी बदलाव लाने में मदद मिलेगी.

पाठक ने कहा,’पति के निधन के बाद विधवाओं को अभी भी अपने परिवार में अपमान का सामना करना पडता है. परिवार में किसी शुभ समारोह में उनके हिस्सा लेने की मनाही होती है. इसके साथ ही उन्हें रंग बिरंगी साडियां, गहने नहीं पहनने दिये जाते और उन्हें केवल सफेद वस्त्र पहनने होते हैं.

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