नयी दिल्ली : अंग्रेजी के लोकप्रिय लेखक रस्किन बॉंड जिनकी अलौकिक कहानियों पर वेब सीरिज बनायी गयी है, उनका कहना है कि भूत प्रेत डराने या लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं है और लोग उनसे भयभीत हो जाते हैं, क्योंकि वे हमारे जैसे नहीं हैं. 84 वर्षीय लेखक ने कहा कि वह उन लोगों में नहीं है जो अलौकिक शक्तियों पर बहुत अधिक यकीन करते हैं लेकिन वह भूत प्रेत की कहानियों को पढ़ते हुए बड़े हुए हैं . मिस्टर जेम्स और अल्गेरनोन ब्लैकवुड जैसे लेखकों की भूत प्रेत की कहानियों में उनकी हमेशा दिलचस्पी रही है.
BREAKING NEWS
Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.
Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.
Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement
रस्किन बॉड की कहानियों पर वेब सीरीज कहा, भूत नुकसान नहीं पहुंचाते
Advertisement

नयी दिल्ली : अंग्रेजी के लोकप्रिय लेखक रस्किन बॉंड जिनकी अलौकिक कहानियों पर वेब सीरिज बनायी गयी है, उनका कहना है कि भूत प्रेत डराने या लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं है और लोग उनसे भयभीत हो जाते हैं, क्योंकि वे हमारे जैसे नहीं हैं. 84 वर्षीय लेखक ने कहा कि वह उन […]

ऑडियो सुनें
बॉड की कहानियों पर पहले फिल्में बनायी गयी थी, लेकिन यह पहला मौका है कि उनके रचनाकर्म को लेकर वेब सीरीज बनायी जा रही है. ‘परछाई : गोस्ट स्टोरीज बॉय रस्किन बॉड’ का पहला एपिसोड जी5 पर 15 जनवरी को प्रदर्शित किया जायेगा और जून तक प्रसारित होता रहेगा. रस्किन बॉड का नाम उन लेखकों में शुमार किया जाता है जो भारतीय लोककथाओं से हमेशा प्रेरणा लेते रहे हैं. उन्होंने बताया, ‘‘हमारी लोक कथाओं में विभिन्न प्रकार के भूत-प्रेत हैं. इसमें ‘प्रेत’, ‘भूत’ और ‘पिशाच’ शामिल हैं और वे पीपल और अन्य तरह के पेड़ों में रहते हैं.
कुछ साल पहले आगरा के नजदीक एक गांव की बुजुर्ग महिला ने गांव के भूत और ‘प्रेत’ के बारे में कहानियां सुनायी थी. इन कहानियों में पुनर्जन्म के तत्व हैं. इन कहानियों में धार्मिक मान्यतायें भी हैं.” बॉड ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं हमेशा अनुभव करता हूं कि भूत हमें परेशान नहीं हैं या नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. वे उन पुराने ठिकानों या स्थानों की तलाश में रहते हैं जिनसे वे जुड़े हुए रहे हैं. हो सकता है इसके पीछे कोई विशेष कारण हो या हो सकता है बस यूं हीं.
ट्रेंडिंग टॉपिक्स
संबंधित ख़बरें
Trending News
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Word Of The Day
Sample word
Sample pronunciation
Sample definition