येदि के इस्तीफे का Effect, बोले राहुल- भाजपा को हराने के लिए सभी विपक्षी दल एकजुट हों

नयी दिल्ली : कर्नाटक विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के ऐलान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा को पराजित करने लिए हम सभी विपक्षी दलों के साथ मिलकर काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2018 7:11 PM
नयी दिल्ली : कर्नाटक विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के ऐलान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा को पराजित करने लिए हम सभी विपक्षी दलों के साथ मिलकर काम करना होगा.
राहुल ने संवाददाताओं से कहा कि बेहतर होगा कि राज्यपाल वजुभाई वाला इस्तीफा दें, लेकिन मुद्दा उनके इस्तीफे से बड़ा है. मुद्दा यह है कि आज भाजपा और आरएसएस हर संस्था पर आक्रमण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं को भाजपा और आरएसएस के हमले से बचाने और भाजपा को पराजित करने के लिए विपक्षी दलों के साथ मिलकर काम करेंगे. राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और खुद भ्रष्टाचारी हैं. कर्नाटक में विधायकों को खरीदने की कोशिश की गयी. खरीद-फरोख्त के वीडियो सामने हैं. उन्होंने कहा कि आज सभी ने देखा कि विधानसभा में भाजपा के विधायक राष्ट्रगान से पहले उठकर चले गये. यह इस बात का प्रमाण है कि वो किसी संस्था की इज्जत नहीं करते. इसी सोच के खिलाफ हम लड़ रहे हैं. राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और वह खुद भ्रष्टाचार हैं.
प्रधानमंत्री मोदी, ‘हत्या के आरोपी’ अमित शाह और आरएसएस को किसी संस्था की परवाह नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने गोवा, मणिपुर, कर्नाटक हर जगह जनादेश का अपमान किया. राहुल ने कहा, कर्नाटक की जनता, नेताओं और श्री देवगौड़ा को बधाई देता हूं. उम्मीद है कि भाजपा और आरएसएस को सबक मिलेगा कि वे लोकतांत्रिक संस्थाओं का अपमान नहीं करेंगे. इससे पहले पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ‘ऑपरेशन कमल’ विफल रहा. सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘ऑपरेशन कमल विफल रहा. येदियुरप्पा दो दिन के मुख्यमंत्री रहे जैसे कि देश ने पूर्वानुमान लगाया था. उन्होंने सात दिनों के मुख्यमंत्री का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया.’ उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र जीता, संविधान जीता.’

दरअसल, उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार येदियुरप्पा को शनिवार की शाम चार बजे सदन में बहुमत साबित करना था, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने इस्तीफे की घोषणा कर दी. गौरतलब है कि राज्य में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. प्रदेश की 224 सदस्यीय विधानसभा में 222 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जद एस+ को 38 सीटें मिली हैं. बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 111 है, क्योंकि कुमारस्वामी दो सीटों से चुनाव जीते हैं.

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