नयी दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गौ रक्षा के नाम पर कानून तोड़ने वालों को चेतावनी दी और राज्यों से इनके खिलाफ सख्त कार्वाई करने को कहा. प्रधानमंत्री ने सचेत किया कि ऐसी घटनाओं को राजनीतिक या साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि संसद सत्र से […]
नयी दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गौ रक्षा के नाम पर कानून तोड़ने वालों को चेतावनी दी और राज्यों से इनके खिलाफ सख्त कार्वाई करने को कहा. प्रधानमंत्री ने सचेत किया कि ऐसी घटनाओं को राजनीतिक या साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए.
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि संसद सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘ गौ रक्षा के नाम पर कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सभी सरकारों (राज्य) को सख्त कार्वाई करनी चाहिए. ‘
कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि अनेकों हिन्दुओं का मत है कि गौ माता जैसी हैं लेकिन यह किसी को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं देता है और राज्य सरकारों को कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्वाई करनी चाहिए.
गौ रक्षा के नाम पर मारपीट की घटनाओं को लेकर विपक्षी दल भाजपा पर प्रहार करते रहे हैं जिन घटनाओं में मुसलमानों और दलितों को निशाना बनाये जाने की रिपोर्ट सामने आई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिये कल मतदान है और इस बारे में उम्मीदवार को लेकर आमसहमति बनती तो अच्छा होता.
गौरतलब हो कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाय की सुरक्षा के नाम पर हिंसा करनेवालों पर तीखी टिप्पणी की थी. अपनी सरकार की ‘माई गवर्नमेंट’ पहल की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर पीएम ने ऐसे लोगों को असामाजिक तत्व बताया था और कहा कि ऐसे लोग गो सेवक नहीं हो सकते हैं. सिर्फ गाय की रक्षा के नाम पर दुकान चला रहे हैं.
उन्होंने राज्य सरकारों को सलाह दी कि तथाकथित गाय रक्षकों पर दस्तावेज तैयार करें, क्योंकि उनमें से 80 फीसदी रात में अवैध गतिविधियां करते हैं और दिन में गाय के हिमायती बन जाते हैं. इस तरह का सहायता समूह चलाने का यह मतलब नहीं है कि दूसरों का उत्पीड़न किया जाये.
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि गायों का वध किये जाने से ज्यादा संख्या में प्लास्टिक खाने से उनकी मृत्यु होती है. जो लोग जानवर की सेवा करना चाहते हैं, उन्हें गायों को प्लास्टिक खाने से रोकना चाहिए, क्योंकि वह बड़ी सेवा होगी.