25.7 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 11:51 am
25.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बॉडी बनाएगी खुद के लिए इंसुलिन- रिसर्च

Advertisement

डायबिटीज के मरीजों को उनके शुगर लेवल के अनुसार ही इंसुलिन दिया जाता है. कई बार जब इंसुलिन देने पर भी शुगर लेवल नियंत्रण में नहीं आता तो इंसुलिन की मात्रा को बढ़ानी पड़ती है. कई बार इंसुलिन का लेना नुकसानदायक भी होता है लेकिन हालिया शोध के बाद इस समस्या से भी निजात पाया […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

डायबिटीज के मरीजों को उनके शुगर लेवल के अनुसार ही इंसुलिन दिया जाता है. कई बार जब इंसुलिन देने पर भी शुगर लेवल नियंत्रण में नहीं आता तो इंसुलिन की मात्रा को बढ़ानी पड़ती है. कई बार इंसुलिन का लेना नुकसानदायक भी होता है लेकिन हालिया शोध के बाद इस समस्या से भी निजात पाया जा सकता है.

- Advertisement -

इंसुलिन लेने से डायबिटीज रोगियों को अक्सर सूजन और जलन जैसी शिकायत होती है. कई बार इसकी मात्रा का ज्ञान न रहने पर इंजेक्शन द्वारा लिया गया इंसुलिन शरीर को नीला भी कर सकता है. कई मामलों में इससे संक्रमण का भी खतरा रहता है. इन सभी समस्याओं से बचने के लिए बेल्जियम स्थित यूनिवर्सिटी कैथोलिक डी लौविन के रिसर्चेर्स ने एक शोध किया जिसके परिणामों के बाद इंसुलिन लेना बंद करना पड़ेगा चूंकि यह शोध बताता है की अब इंसुलिन बॉडी में ही पैदा हो सकेगा.

हालिया रिसर्च के अनुसार, टाइप-1 डायबिटीज के इलाज की दिशा में बड़ी कामयाबी हासिल की है. शोधकर्ताओं ने ऐसी कोशिकाएं विकसित करने में सफलता हासिल की है जो इंसुलिन बनाने में सक्षम हैं. इन कोशिकाओं को टाइप-1 डायबिटीज (जन्म से ही होने वाली) पीड़ितों में प्रत्यारोपित करने से इलाज संभव होगा.

टाइप-1 डायबिटीज के इलाज के लिए अग्नाशय में बीटा कोशिकाओं को प्रत्यारोपित करना एक महत्वपूर्ण पद्धति है. बेल्जियम स्थित यूनिवर्सिटी कैथोलिक डी लौविन के शोधकर्ताओं ने पाया कि वयस्क लोगों के अग्नाशय से मिलने वाली एचडीडीसी कोशिकाएं अपनी संरचना बदलने में सक्षम होती हैं. इन कोशिकाओं में हल्के बदलाव से इनमें बीटा कोशिकाओं जैसे गुण पैदा किए जा सकते हैं.

रिसर्च में इसके लिए टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित चूहे पर इस प्रक्रिया का सफल प्रयोग किया. जिसके बाद परिणाम स्वरूप यह बात सामने आई कि बीटा कोशिकाओं पर शरीर का इम्यून सिस्टम हमला करके उन्हें नुकसान पहुंचाता है इन खास कोशिकाओं से इंसुलिन का निर्माण, संग्रह और स्राव सफलतापूर्वक किया जा सकता है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें