West Bengal Tourism: पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में बसा डूआर्स(Dooars) एक आकर्षक क्षेत्र है जो भारत और भूटान के पूर्वोत्तर राज्यों के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है, अपनी समृद्ध जैव विविधता, हरे-भरे परिदृश्य और शांत वातावरण के लिए जाना जाने वाला डूआर्स प्रकृति प्रेमियों, वन्यजीव उत्साही और रोमांच चाहने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है.
डुआर्स में हरे-भरे परिदृश्यों की करे सैर
![West Bengal Tourism: डुआर्स में प्रकृति के साथ जुड़ने मिलेगा मौका 1 Darjeeling 1 1](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/07/Darjeeling-1-1-1024x683.png)
डूआर्स(Dooars), शब्द ‘दरवाजे'(doors) से लिया गया है, जो इस क्षेत्र को शानदार हिमालय के प्रवेश द्वार के रूप में काम करता है. इस क्षेत्र की विशेषता फैले हुए चाय के बागान, घने जंगल और घुमावदार नदियां हैं जो एक सुरम्य और यादगार बनाती हैं. जैसे ही आप घुमावदार सड़कों से गुजरेंगे, आपको पन्ना-हरे चाय के बागानों का नजारा दिखाई देगा, जो घने जंगलों के पैच से घिरे होंगे जो विविध वनस्पतियों और जीवों का घर हैं.
वन्यजीव अभ्यारण्य और राष्ट्रीय उद्यान- जंगल सफारी का ले आनंद
डूआर्स के मुख्य आकर्षणों में से एक इसके कई वन्यजीव अभ्यारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं. गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान(Gorumara National Park) वन्यजीव प्रेमियों के लिए जरूर जाना चाहिए. 80 वर्ग किलोमीटर में फैला यह उद्यान राजसी भारतीय गैंडे, हाथी, बाइसन और कई तरह की पक्षी प्रजातियों का घर है. पार्क में जीप सफारी की सुविधा भी है जो आपको जंगल के अंदर ले जाती है, जिससे आपको इन शानदार जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का मौका मिलता है.
![West Bengal Tourism: डुआर्स में प्रकृति के साथ जुड़ने मिलेगा मौका 2 Jungle Safsri](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/07/JUngle-Safsri--1024x683.png)
डूआर्स का एक और रत्न है जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान(Jaldapara National Park), जो एक सींग वाले गैंडों(one-horned rhinos) की आबादी के लिए प्रसिद्ध है. पार्क में हाथी, हिरण, तेंदुए और पक्षियों की कई प्रजातियों सहित वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता भी है. जलदापारा के धुंध से भरे घास के मैदानों में सुबह-सुबह हाथी सफ़ारी एक ऐसा अनुभव है जो हमेशा आपके साथ रहेगा.
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बक्सा टाइगर रिजर्व(Buxa Tiger Reserve)
![West Bengal Tourism: डुआर्स में प्रकृति के साथ जुड़ने मिलेगा मौका 3 Royal Bengal Tigers 1](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/07/Royal-Bengal-Tigers-1-1024x682.jpeg)
अलीपुरद्वार जिले में स्थित बक्सा टाइगर रिजर्व(Buxa Tiger Reserve), डुआर्स(Dooars) का एक और आकर्षण है. यह रिजर्व न केवल अपने बाघों के लिए जाना जाता है, बल्कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जाना जाता है. यह रिजर्व पक्षी देखने वालों के लिए भी एक स्वर्ग है, यहाँ पक्षियों की 284 से अधिक प्रजातियां दर्ज की गई हैं.
नदी की सुंदरता और रोमांच को अनुभव करे
![West Bengal Tourism: डुआर्स में प्रकृति के साथ जुड़ने मिलेगा मौका 4 Bhatsa River Valley 2](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/07/Bhatsa-River-Valley-2-1024x683.png)
तीस्ता, जलधाका और तोरसा जैसी डुआर्स की नदियां इस क्षेत्र के आकर्षण को बढ़ाती हैं, हिमालय से निकलने वाली ये नदियां घने जंगलों और चाय के बागानों से होकर बहती हैं, जो एक शांत और मनोरम परिदृश्य बनाती हैं. रोमांच चाहने वालों के लिए, तीस्ता नदी पर रिवर राफ्टिंग एक रोमांचकारी अनुभव है.
चाय बागान में ठहरना
![West Bengal Tourism: डुआर्स में प्रकृति के साथ जुड़ने मिलेगा मौका 5 Darjeeling 2](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/07/Darjeeling-2-1024x683.png)
डुआर्स में कई चाय बागान रिसॉर्ट में से किसी एक में ठहरना एक अनूठा अनुभव है. धुंध से ढके चाय बागानों और पक्षियों की चहचहाहट की आवाज के साथ जागना एक ताज़ा अनुभव है जो आत्मा को तरोताजा कर देता है.
डूआर्स की अपनी यात्रा की योजना बनाते समय, यात्रा के लिए सबसे अच्छे समय पर विचार करना महत्वपूर्ण है. यह क्षेत्र मानसून (जून से सितंबर) और सर्दियों (अक्टूबर से मार्च) के मौसम में सबसे सुंदर होता है. मानसून में हरियाली छा जाती है, जबकि सर्दियों में बाहरी गतिविधियों के लिए सुखद मौसम होता है.
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