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Bihar Tourism: गंगा के तट पर बसे दुर्लभ शिव मंदिर का है बैद्यनाथ धाम से नाता

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Bihar Tourism: सुल्तानगंज में मौजूद अजगैवीनाथ मंदिर में खास श्रावण मेला का आयोजन होता है. यहां के जल से बाबा बैद्यनाथ धाम के शिवलिंग का जलाभिषेक होता है. तो आइए आपको बताते हैं इस मंदिर से जुड़ी कुछ विशेष बातें.

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Bihar Tourism: बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में मौजूद अजगैवीनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यह दुर्लभ शिव मंदिर काफी पुराना है. पवित्र गंगा नदी के तट पर बसे प्राचीन शिव मंदिर में सालों भर लोगों की भीड़ रहती है. महाशिवरात्रि और सावन के दौरान अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन करने अजगैवीनाथ पहुंचते हैं. हर साल की तरह इस साल भी अजगैवीनाथ मंदिर में सावन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई है. इस साल सावन 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है.

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Sawan 2024: क्यों खास है अजगैवीनाथ मंदिर

अजगैवीनाथ धाम मंदिर भगवान शिव का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है, जहां सावन के महीने में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. कहा जाता है यहां भगवान शिव का त्रिशूल स्थापित है. इस कारण बड़ी संख्या में लोग त्रिशूल और शिवलिंग के दर्शन करने अजगैवीनाथ पहुंचते हैं. मान्यता है यहां मौजूद शिवलिंग और त्रिशूल के दर्शन मात्र से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी हो जाती है. गंगा के बीच में स्थित ग्रेनाइट पत्थर से बने इस मंदिर का रूप दिव्य है. इस आलौकिक मंदिर के पत्थरों पर उत्कीर्ण नक्काशी और शिलालेख श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. इस मंदिर की खासियत है कि सावन महीने में कांवरिया और भक्तजन पहले अजगैवीनाथ में स्थापित शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं, फिर यहां से पवित्र गंगा जल लेकर करीब 105 किमी पैदल चलकर देवघर में बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पण करते हैं.

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Sawan 2024: श्रावण मास में लगता है खास मेला

प्राचीन समय में भागलपुर से करीब 26 किलोमीटर दूर उत्तरायण गंगा के मध्य में स्थित अजगैवीनाथ मंदिर के चारों ओर गंगा की लहरें अविरल रूप से बहती थी. वर्तमान समय में गंगा नदी सिमट गई है, पर आज भी मां गंगा पूरे सावन खुद शिवलिंग का जलाभिषेक करती हैं. यह मंदिर बिहार का प्रमुख धार्मिक और पर्यटन केंद्र है, जहां वर्ष भर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है. सावन भगवान शिव का खास महीना है और अजगैवीनाथ धाम भगवान शिव का पवित्र धाम, इस कारण यहां सावन महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस दौरान गंगा नदी के तट पर खास श्रावणी मेले का आयोजन किया जाता है. इसमें शामिल होने दूर-दूर से पर्यटक और श्रद्धालु अजगैवीनाथ धाम पहुंचते हैं. बाबा धाम जाने वाले कांवरिये भी पहले अजगैवीनाथ आकर यहां के शिवलिंग की पूजा करते हैं, तब बैद्यनाथ धाम में जल चढ़ाने जाते हैं. यह मंदिर हिंदुओं का प्रमुख धाम है, इस कारण यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने आते हैं. बिहार का धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है, अजगैवीनाथ धाम.

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