दुनिया में कई द्वीपीय देश हैं, जो छोटे-बड़े द्वीपों से मिलकर बने हैं. आपको बता दें कि जिसके बारे में हम बात कर रहे हैं वह एक द्वीपीय देश नाउरू है.
![दुनिया का अनोखा देश जिसकी नहीं है कोई राजधानी, जानें वजह 1 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2023-09/cb97be67-bf06-4af6-a0ac-ec9c3c42f9b2/1_Nauru.jpg)
नाउरू को नॉरू भी कहा जाता है. यह देश मैक्रोनेशियाई दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है. यह 21 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. यह विश्व का सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य है और यह दुनिया में सिर्फ एकमात्र ऐसा गणतांत्रिक राष्ट्र है जिसकी कोई राजधानी नहीं है. साल 1907 से नाउरू में फॉस्फेट का खनन किया जा रहा है.
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नॉरू को करीब 3,000 साल पहले माइक्रोनेशियन्स और पॉलिनेशियन्स द्वारा बसाया गया था. यहां पर पारंपरिक रूप से 12 कबीलों का राज था, जिसका असर इस देश के झंडे पर भी दिखता है. 60-70 के दशक में इस देश की मुख्य आय फास्पेट माइनिंग से होती थी, लेकिन अधिक दोहन की वजह से यह खत्म हो गया. यहां नारियल का उत्पादन खूब होता है.
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इतनी कम आबादी होते हुए भी यहां के लोगों में हुनर की कमी नहीं है. कम जनसंख्या होने के कारण भी यह देश राष्ट्रमंडल और ओलंपिक खेलों में भाग लेता आ रहा है. इस देश की आधिकारिक मुद्रा ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है और इस क्षेत्र के निवासियों को नाउरून कहते हैं.
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लोग के निवासी बहुत ही आराम और सुख की जिंदगी जी रहे हैं, जिसके कारण नॉरू को ‘सुखद द्वीप’ भी कहा जाता है. साल 2018 की जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या केवल 11 हजार के आसपास है. इस देश के बारे में कम ही लोग जानते हैं, जिसके कारण टूरिस्ट की भीड़ यहां नहीं उमड़ती. एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2011 में केवल 200 टूरिस्ट यहां आए थे.