17.3 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 09:28 pm
17.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Sita Navami 2021: संघर्षों से भरा रहा मां सीता का जीवन, जानें उनसे जुड़ी ये अनसुनी खास बातें

Advertisement

Sita Navami 2021, Janki Jayanti, Story In Hindi, Interesting Facts: माता सीता का जन्म वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था. इस दिन मंगलवार पुष्य नक्षत्र भी था. यही कारण है कि हर वर्ष इस तिथि पर सीता जन्मोत्वस मनाने की परंपरा है. जिसे सीता नवमी भी कहा जाता है. इस बार यह तिथि 21 मई 2021, शुक्रवार को पड़ रही है. माता सीता का पूरा जीवन संघर्ष भरा रहा, उन्हें त्याग की देवी भी कहा जाता है. आइये जानते हैं उनके बारे कुछ खास बातें...

Audio Book

ऑडियो सुनें

Sita Navami 2021, Story In Hindi, Interesting Facts: माता सीता का जन्म वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था. इस दिन मंगलवार पुष्य नक्षत्र भी था. यही कारण है कि हर वर्ष इस तिथि पर सीता जन्मोत्वस मनाने की परंपरा है. जिसे सीता नवमी भी कहा जाता है. इस बार यह तिथि 21 मई 2021, शुक्रवार को पड़ रही है. माता सीता का पूरा जीवन संघर्ष भरा रहा, उन्हें त्याग की देवी भी कहा जाता है. आइये जानते हैं उनके बारे कुछ खास बातें…

- Advertisement -

कब हुआ था मां सीता और भगवान राम का विवाह?

भगवान राम और माता सीता का विवाह मार्गशीर्ष महीने शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर हुआ था.

मां सीता विवाह के बाद कभी मायके नहीं गयी

दरअसल, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां सीता को विवाह के बाद कभी अपने मायके जाने का मौका नहीं मिल पाया.

शादी के तुरंत बाद जाना पड़ा वनवास

भगवान राम और लक्ष्मण जी के साथ माता सीता को 14 वर्ष के वनवास पर जाना पड़ा. इस बीच उनके जीवन में कई घटनाएं घटी.

माता सीता के प्रतिछाया का लंकेश्वर ने किया था हरण

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता सीता को नहीं बल्कि उनके प्रतिछाया का लंकेश्वर ने हरण किया था. उनका असली स्वरूप तो अग्निदेव के पास मौजूद था.

कितने दिन मां को मां सीता को रहना पड़ा लंका में?

पौराणिक कथाओं के अनुसार माता सीता को रावण की लंका में करीब 435 दिन तक रहना पड़ा था.

लव कुश के जन्म के समय राम के चौथे भाई शत्रुघ्न भी थे मौजूद

दरअसल, भगवान राम और सीता के पुत्र लव कुश का जन्म एक आश्रम में हुआ था. जहां उस वक्त शत्रुघ्न भी मौजूद थे और उन्होंने दोनों को आशीर्वाद भी दिया था. लेकिन, उस समय उन्हें इस बात का ज्ञात बिलकुल भी नहीं था कि यह उन्हीं के अपने भतीजे हैं.

धरती में समा गई थी माता सीता

धार्मिक ग्रंथों में वर्णन है कि मां सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी. जिसके बाद वह सशरीर धरती में समा गई थीं. उन्हें धरती पुत्री भी कहा जाता है.

Posted By: Sumit Kumar Verma

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें