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सितारों में खो गए प्रसिद्ध संतूर वादक Pandit Shiv Kumar Sharma, 17 साल की उम्र में दी थी पहली परफॉर्मेंस

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Pandit Shiv Kumar Sharma Death: देश के मशहूर शास्त्रीय संगीतकार और संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा का निधन हो गया है. 84 वर्षीय शिवकुमार ने मुंबई में अंतिम सांस ली. फिल्मी जगत से लेकर राजनीति तक, कई हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है.

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प्रख्यात संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा अब इस दुनिया में नहीं रहे. मुंबई में आज उनका निधन हो गया. वे 84 वर्ष के थे. खबरों के अनुसार, उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. इतना ही नहीं, वह पिछले कई महीनों से किडनी से संबंधित समस्या से भी जूझ रहे थे, जिससे उन्हें डायलिसिस भी करानी पड़ती थी. उनका अंतिम संस्कार आज शाम (10 मई) होगा.

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किडनी की समस्या से थे पीड़ित

मशहूर संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा (Pandit Shiv Kumar Sharma) पिछले छह महीने से किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे और लगातार उनका इलाज जारी था. डॉक्टर्स के मुताबिक वह लंबे समय से डायलिसिस पर थे. मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने के की वजह से उनका निधन हो गया.

13 साल की उम्र में संतूर का वादन शुरू किया

पंडित शिवकुमार शर्मा ने महज 13 साल की उम्र में ही संतूर का वादन शुरू कर दिया था. उन्होंने मुंबई में 1955 में पहली परफॉर्मेंस दी थी. उन्हें 1991 में पद्म श्री और फिर 2001 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था.

500 रुपये लेकर मुंबई आए थे

संतूर वादक पंडित शिवकुमार ने इस इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने अपने पिता को कह दिया था कि वो नौकरी नहीं करेंगे और खुद से कुछ करेंगे. इतना कहकर वो 500 रुपये लेकर मुंबई आ गए थे. शिवकुमार ने कहा कि वो पिता से पैसे नहीं मांगना चाहते थे, और खुद से कुछ करना चाहते थे.

कई पुरस्कारों से सम्मानित

पंडित शिवकुमार शर्मा को 1986 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1991 में पद्मश्री और 2001 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.

शांताराम की ‘झनक झनक बाजे पायल’ से शुरुआत

पंडित शिव कुमार शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1938 को जम्मू में हुआ था. उन्हें हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में संतूर को एक पहचान देने का श्रेय दिया जाता है. इसे अलग-अलग ऊंचाइयों पर ले जाने के बाद, उन्होंने बॉलीवुड के लिए संगीत भी तैयार किया, जिसकी शुरुआत शांताराम की ‘झनक झनक बाजे पायल’ के बैकग्राउंड स्कोर से हुई.

हरि प्रसाद चौरसिया के साथ मिलकर कई फिल्मों में दिया सुपरहिट म्यूजिक

बॉलीवुड में ‘शिव-हरि’ यानी कि शिव कुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने कई हिट गाने दिए. ऐसे गाने जिन्हें हम आज भी सुनते हैं, लेकिन शायद ही किसी को याद हो यह ‘शिव-हरि’ ने गाए हैं. शिव हरि की जोड़ी ने सिलसिला, लम्हें, चांदनी, डर, परंपरा जैसे फिल्मों में अपना संगीत दिया है. हरि प्रसाद चौरसिया ने पहले ही दुनिया को अलविदा कह दिया था, जिसके बाद दोनों की जोड़ी टूट गई थी और अब शिव कुमार का जाना किसी बड़ी क्षति से कम नहीं है.

राष्ट्रपति ने जताया दुख

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पंडित शिवकुमार के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.।ृ कोविंद ने कहा कि शिव कुमार शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र संतूर को लोकप्रिय बनाया. यह जानकर दुख हुआ कि उनका संतूर अब खामोश है. उनके परिवार, दोस्तों और हर जगह अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना.


पीएम नरेंद्र मोदी ने पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन पर जताया शोक

पीएम नरेंद्र मोदी ने शिवकुमार शर्मा के निधन पर शोक जताया है. ट्विटर पर श्रद्धांजलि देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, ‘शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारी सांस्कृतिक विरासत को बड़ा नुकसान पहुंचा है. उन्होंने संतूर को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया था.


उपराष्ट्रपति बोले- बड़ी क्षति

देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रख्यात संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा जी का निधन संगीत और सांस्कृतिक जगत की बड़ी क्षति है. आपने संतूर को भारतीय संगीत जगत में पुनः स्थापित किया. शोकाकुल परिजनों और प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. ओम शांति.

प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान ने जताया दुख

पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान ने ट्वीट किया, “पंडित शिव कुमार शर्मा जी के निधन से एक युग का अंत हो गया. वह संतूर वादन के पुरोधा थे और उनका योगदान अतुलनीय है. मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है और मैं हमेशा उन्हें बहुत याद करूंगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे. उनका संगीत हमेशा जीवित रहेगा. ओम शांति.”


सचिन तेंदुलकर ने भी जताया दुख

पंडित शिवकुमार के चाहने वाले हर क्षेत्र में थे. मास्टर ब्लास्टर पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी शिवकुमार के निधन से दुखी हैं. तेंदुलकर ने कहा कि मुझे उनका संतूर प्रदर्शन लाइव देखने का सौभाग्य मिला. उनके परिवार, दोस्तों और उनकी कला के प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना.


विशाल ददलानी ने भी जताया दुख

विशाल ददलानी ने निधन पर दुख जताते हुए लिखा कि, संगीत जगत को एक और बड़ी क्षति. पंडित शिव कुमार शर्मा अपूरणीय हैं. उनके वादन ने भारतीय संगीत के साथ-साथ संतूर को भी फिर से परिभाषित किया. पं हरिप्रसाद चौरसिया जी के साथ उनके फिल्मी गाने. भगवान उनके परिवार, प्रशंसकों और छात्रों को शक्ति दे.


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया ये ट्वीट

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, “प्रख्यात संतूर वादक और अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारतीय संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन का समाचार पाकर दुख हुआ. उनके जाने से सांस्कृतिक जगत की हानि हुई है. मेरी गहरी संवेदनाएं.”

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