Mathura-Vrindavan Holi: जब भी कोई होली की बात करता है तो सबसे हमारे ध्यान में मथुरा और वृंदावन की होली आती है. मथुरा, वृंदावन, बरसाना की होली की बात करें तो यहां विभिन्न तरह की होली मनाई जाती है जिसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं. ऐसे में ये है वहां से जुड़ी कुछ परंपराएं जो शायद ही आप जानते होंगे.
लड्डू होली
![Mathura-Vrindavan Holi: पूरे विश्व में मशहूर है मथुरा-वृंदावन की होली, जाने वहां से जुड़ी कुछ अनोखी परंपराएं 1 Laddu Holi](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/laddu-holi-1024x683.jpg)
लड्डू होली हर साल बरसाने में मनाई जाती है. इस साल 17 मार्च यानी रविवार को लड्डू होली खेली जाएगी. इस दिन हर कोई एक दूसरे पर लड्डू फेंक कर होली खेलते हैं.
Mathura-Vrindavan Holi 2024: दुनियाभर में मशहूर है मथुरा-वृंदावन की होली, जानिए क्या है इस साल का शेड्यूल: Mathura-Vrindavan Holi: पूरे विश्व में मशहूर है मथुरा-वृंदावन की होली, जाने वहां से जुड़ी कुछ अनोखी परंपराएं
बरसाने में लठमार होली
![Mathura-Vrindavan Holi: पूरे विश्व में मशहूर है मथुरा-वृंदावन की होली, जाने वहां से जुड़ी कुछ अनोखी परंपराएं 2 Lathmaar Holi](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/Lathmaar-holi-1024x683.jpg)
बरसाना राधा रानी की जन्मभूमि है, यहां सभी राधा रानी मंदिर में लठमार होली खेलते हैं. यह खेल बहुत ही अनोखा होता है इसमें महिलायें लाठी से पुरषों पर लट्ठ बरसाती है और पुरुष जिन्हें हुरियारे भी कहा जाता है वे ढाल से अपनी रक्षा करते हैं. इस साल 18 मार्च यानी सोमवार को लठमार होली खेली जाएगी.
फूलों वाली होली
![Mathura-Vrindavan Holi: पूरे विश्व में मशहूर है मथुरा-वृंदावन की होली, जाने वहां से जुड़ी कुछ अनोखी परंपराएं 3 Phoolon Wali Holi](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/Phoolon-wali-holi-1024x683.jpg)
वृंदावन में रंग गुलाल के अलावा फूलों से भी होली खेली जाती है. इस दिन लोग फूलों को एक दूसरे पर बरसाते हैं. इस साल 21 मार्च को मथुरा, बरसाना, और वृंदावन में फूलों से होली खेली जाएगी साथ ही इस दिन कृष्ण की जन्मभूमि और मथुरा में भी बेहतरीन रूप से होली मनाई जाएगी.
छड़ीमार होली
![Mathura-Vrindavan Holi: पूरे विश्व में मशहूर है मथुरा-वृंदावन की होली, जाने वहां से जुड़ी कुछ अनोखी परंपराएं 4 Chadimaar Holi](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/chadimaar-holi-1024x683.jpg)
छड़ीमार होली गोकुल में मनाई जाती है. इस दिन महिलायें हाथ में लट्ठ के बजाए छड़ी बरसाती हैं. इसका मुख्य कारण है जब कृष्ण बचपन में गोपियों को परेशान करते थे तो गोपियां उनपर छड़ी बरसाती थी. जो अब एक परंपरा बन गई हैं. इस साल गोकुल में 21 मार्च को छड़ीमार होली मनाई जाएगी.
हुरंगा होली
![Mathura-Vrindavan Holi: पूरे विश्व में मशहूर है मथुरा-वृंदावन की होली, जाने वहां से जुड़ी कुछ अनोखी परंपराएं 5 Huranga Holi](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/huranga-holi-1024x683.jpg)
हुरंगा होली 26 मार्च को बलदेव के दाऊजी मंदिर में मनाया जाएगा. यह होली बहुत ही खास होती है. इस दिन भाभियां अपने देवरों के साथ होली खेलती है और गीले सुते कपड़ों से उन्हें मारती है. इस परंपरा को हुरंगा होली कहा जाता है.
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