21.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 12:32 pm
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Human Psychology: हर किसी के सामने स्वाभाविक रखें अपना व्यवहार, तरीके से रखें अपने विचार

Advertisement

Human Psychology: बेहतर है एक इंसान के रूप में जहां तक संभव हो अपने को स्वाभाविक रखें और तरीके से अपने विचारों का इजहार करें.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Human Psychology: मेरे एक मित्र हैं स्वभाव से गंभीर, मितभाषी और थोड़े रूखे भी. मैंने उन्हें मुस्कुराते हुए शायद ही कभी देखा होगा, हालांकि अंदर से वो बढ़िया इंसान हैं. ऑफिस और घर दोनों जगह उनका व्यवहार एक जैसा ही है. मैं उन्हें कभी-कभी छेड़ता भी हूं कि कभी मुस्कुरा भी दें , क्या हर वक्त ऐसी सूरत बनाकर रहते हैं जैसे बहुत ही ज्यादा बोझ तले दबे हुए हैं.

- Advertisement -

अलग तरह की छवि गढ़ी

एक दिन मेरे पास आए तो लगा कि जैसे कुछ ज्यादा ही परेशान हैं. मैंने पूछा कि कोई दिक्कत है? उन्होंने कहा कि कुछ विशेष नहीं. सोचा आज घर में अपने बच्चों को चौंकाता हूं. इसी क्रम में घर में बच्चों के साथ हंसते हुए बात करने लगा. लेकिन मुझे लगा कि बच्चों को मेरा व्यवहार अजीब लगा. उन्हें लगा कि पापा की तबीयत कुछ गड़बड़ है. वस्तुतः मेरे मित्र ने वर्षों से अपनी एक गंभीर छवि अपने परिवार में भी गढ़ ली है. इसी वजह से जब उन्होंने थोड़ा कम गंभीर दिखने की कोशिश की तो इसने उनके परिवार वालों को भी चौंका दिया.

दोहरी जिंदगी जीने की कोशिश

अमूमन हममें से बहुत सारे लोग व्यवहार को लेकर दोहरी जिंदगी जीने की कोशिश करते हैं. जो हम हैं नहीं ,उससे उलट दुनिया को दिखाने की कोशिश करते हैं, इसी चक्कर में अपने बारे में समाज और दोस्तों के बीच एक मिथ्या धारणा बनवा लेते हैं और बहुत बार ऐसा भी होता है कि समाज के हिसाब से ही अपनी छवि गढ़ने की कोशिश करते हैं.

खुद को हमेशा स्वाभाविक रखें

मेरा मानना है इंसान को अपने को स्वाभाविक रखने की कोशिश करनी चाहिए.ऑरिजिनल होने का अर्थ ठेठ या कम पढ़ा लिखा होना नहीं है. फर्ज कीजिए हमारी मातृभाषा हिंदी है और अच्छी हिंदी बोल सकते हैं तो फिर जहां जरूरत हो वहां हिंदी ही बोलें, लेकिन ये क्षमता भी विकसित करें कि जहां जरूरी हो वहां अंग्रेजी भी बोल सकें. बहुत बार हवाई यात्रा में बढ़िया होटल्स में या इसी तरह की जगहों पर आपने देखा होगा कि सामने वाला जिससे आपको बात करनी है वो आपके साथ आपकी भाषा में बात करने में काफी बेहतर महसूस करता है लेकिन हम सिर्फ इस प्रत्याशा में कि कहीं वो मुझे गंवार ना समझ ले, अलग तरीके से व्यवहार करने लगते हैं और इसकी वजह से अपने को फूहड़ बना लेते हैं. बेहतर है एक इंसान के रूप में जहां तक संभव हो अपने को स्वाभाविक रखें और तरीके से अपने विचारों का इजहार करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें