23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Jitiya Vrat 2023 : नोनी साग के बिना सूना है जितिया का पारण

Advertisement

Jitiya Vrat 2023 : माताएं जितिया का निर्जला व्रत संतान की रक्षा, निरोगी काया और लंबी आयु की कामना के लिए रखती हैं. नहाय खाय के साथ इस पर्व की शुरूआत होने के बाद पारण के बाद व्रत का समापन होता है. जितिया व्रत में एक साग बहुत महत्व रखता है वो हैं नोनी साग. जिसके साथ कई लोगों की यादें भी जुड़ी हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Ashu Kumar Das

- Advertisement -

जितिया के नहाय-खाय से इसकी शुरुआत कर दी.बहुत छोटी उम्र से मां को जितिया (जिउतिया). यानी जीवितपुत्रिका व्रत .करते हुए देखा है. बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाने वाला यह त्योहार कई मायनों में बहुत खास हैं. जहां सारे व्रत और पूजा को करने से पहले एक दिन पहले मांसाहार, लहसुन और प्याज को त्याग दिया जाता है. वहीं, इस जितिया व्रत को करने से पहले मडु़आ की रोटी, माछ और कई तरह के पारंपरिक पकवान खाए जाते हैं. नहाय-खाय के बाद 24 से 36 घंटों का निर्जल व्रत खत्म होने के बाद पारण भी एक खास तरह के साग से होता है. ये साग है नोनी का साग.

Undefined
Jitiya vrat 2023 : नोनी साग के बिना सूना है जितिया का पारण 3

पहले बिहार, झारखंड और उड़ीसा में ही उपलब्ध था, लेकिन आसानी से उगने की वजह से आज दिल्ली-नोएडा जैसे क्षेत्रों में यह किचन गार्डन में भी मौजूद है. जब हम लोग दिल्ली में शिफ्ट हुए थे तब मां ने पुरानी बाल्टी में नोनी साग की कुछ जड़ें डाल थीं . आज 25 साल से ज्यादा का समय बीत चुका है हमारे घर में नोनी के साग की कमी नहीं हुई है. मां कहती हैं जितिया का पारण बिना नोनी साग के हो ही नहीं सकता है. पहले मुझको यह साग बिल्कुल भी पसंद नहीं था, लेकिन इसके फायदों के बारे में जानने के बाद यह मेरा फेवरेट बन चुका है.

Undefined
Jitiya vrat 2023 : नोनी साग के बिना सूना है जितिया का पारण 4

नोनी साग में फ्लेवनॉयड्स, प्रोटीन, सेपोनिन, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद है. जो लोग ब्लड प्रेशर के मरीज हैं उनके लिए यह साग किसी वरदान से कम नहीं है. तो बताइए आप इस साग को अपनी थाली का हिस्सा कब बना रहे हैं.

Also Read: Jitiya Vrat 2023 : जिउतिया व्रती के संतान की स्वंय रक्षा करते हैं श्रीकृष्ण भगवान

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें