20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

अंजीर हो या मुन्नका सदाबहार हैं ये सूखे जायके, स्वाद के साथ भरी है सेहत

Advertisement

Evergreen Dry Fruits Flavors : बात खान-पान की हो तो क्या हर सूखी हुई चीजें खराब होती हैं ? ऐसा नहीं हैं क्योंकि सूखे मेवे एक सदाबहार जायका है ये आपके मुंह का जायका बढ़ाने के साथ आपके खाने में डालने पर उसके जायके को भी खास बना देेते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Evergreen Dry Fruits Flavors : अधिकतर मेवों की पिटारी सूखे हुए फलों से ही समृद्ध होती है. सुखाये हुए अंगूर ही किशमिश का रूप धारण करते हैं और इन्हीं की एक प्रजाति मुनक्का बनती है. आम धारणा है कि खाने-पीने की चीजें अगर सूखी हों, तो फीकी या खराब स्वाद वाली ही होती हैं. रूखा-सूखा खाना गरीब इंसान की जिंदगी का ही अभिशाप है- रूखी-सूखी खाये के ठंडा पानी पीव! वैज्ञानिकों ने भी अपने प्रयोगों से यह पुष्टि की है कि हमारी जुबान तभी किसी जायके को महसूस करती है, जब उसमें कुछ नमी हो. हमारे मुंह के अंदर थूक यही काम करता है, पानी, तेल-घी आदि में ही यह गुण होता है कि वह किसी खाद्य पदार्थ के वाष्पशील सुवासित या स्वादिष्ट तत्वों को रूखी-सूखी बेड़ियों की जकड़न से मुक्त करें. मगर ऐसा नहीं है कि सूखी चीजों में अपने विशिष्ट जायके नहीं होते.

- Advertisement -
Undefined
अंजीर हो या मुन्नका सदाबहार हैं ये सूखे जायके, स्वाद के साथ भरी है सेहत 3

संभवत: मीठे और नमकीन व्यंजनों को अपने जायके से अलौकिक बनाने वाला केसर सूखा ही बरता जाता है और संसार की सबसे महंगी ‘सब्जी’ गुच्ची (वह भी कश्मीर में ही जंगलों में पायी जाती है) सूखी अवस्था में ही ग्राहक तक पहुंचती है. अधिकतर मेवों की पिटारी सूखे हुए फलों से ही समृद्ध होती है. सुखाये हुए अंगूर ही किशमिश का रूप धारण करते हैं और इन्हीं की एक प्रजाति मुनक्का बनती है. यह गर्मियों के बनारसी पेय ठंडाई का अभिन्न अंग है और जाने कितनी मिठाइयों की शान इससे बढ़ता है.

Undefined
अंजीर हो या मुन्नका सदाबहार हैं ये सूखे जायके, स्वाद के साथ भरी है सेहत 4

यही हाल खूबानी का है, जो सूखने पर जड़दालू कहलाती है. मध्य एशिया से कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड पहुंची खूबानी से दक्खिन में हैदराबाद में नायाब खूबानी का मीठा तैयार किया जाता है. सुखाये हुए अंजीर स्वास्थ्यवर्धक समझे जाते हैं और आजकल इनका उपयोग मधुमेह से पीड़ित लोगों का मुंह मीठा करने के लिए बनायी जाने वाली मिठाई अंजीर की बर्फी में किया जाता है. एक और फल, जिसे कई लोग फलों की सूची में शामिल नहीं करते, खजूर है. खजूर का सूखा रूप छुवारा कम स्वादिष्ट या उपयोगी नहीं होता. इसे असाधारण रूप से पौष्टिक समझा जाता है और रमजान में रोजा रखने वाले खजूर से ही रोजा खोलते हैं. खजूर से हलवा भी बनता है और आजकल इन्हें काजू, अखरोट भर कर चॉकलेट की तरह भी पेश किया जाता है. तीखी खटास वाला आलू बुखारा (अंग्रेजी में प्लम) भी ताजे की तुलना में सूखा ही अधिक इस्तेमाल किया जाता है. मीठा रसभरा आलू बुखारा पश्चिम में सूखाने के बाद प्रून कहलाता है. पोषण वैज्ञानिकों का मानना है कि इसमें (खजूर की तरह) अपचनशील रेशा होता है, जो पाचन प्रणाली को दोषमुक्त रखता है और इसकी मिठास गुड़ या चीनी की तुलना में सेहत के लिए कम जोखिम पैदा करती है. हमारे देश में आम को भी सूखाकर आम पापड़ या अमचूर की तरह काम लाते हैं. पश्चिम में तटवर्ती इलाके में सूखे कोकम के फल की हल्की कसैली खटास को कई जगह इमली के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.

हिमालय के देहाती इलाके के गांव हो या फिर राजस्थान में फैला हुआ अपार मरूस्थल, इन इलाकों में ताजी सब्जियां हाल तक दुर्लभ रही हैं. यहां के भोजन को अपने विविध जायकों से संपन्न करती हैं सूखी सब्जियां और बेरियां, कैर सागरी, मेथी, मूली आदि. तिब्बती सीमांत के साथ जुड़े सीमांत में लद्दाख, हिमाचल प्रदेश से लेकर उत्तराखंड, सिक्किम और अरूणाचल तक सूखे मांस (धूप में सुखाये धुवार दिये) मांस और याक के दूध से बनी पनीर (चुरबी) को बहुत चाव से खाया जाता है. समुद्री इलाके में सूखे झींगे और छोटी मछलियां गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु में अपने जायके बिखेरते हैं.

पुष्पेश पंत

Also Read: लोगों को लुभाते हैं सड़कों पर बिकने वाले खानों का लजीज स्वाद

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें